SP on BJP infighting: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी की कुर्सी जाना तय है. कुछ महीनों में प्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिलेगा. केशव मौर्या कर रहे है सीएम योगी के खिलाफ बगावत का नेतृत्व. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी है रडार पर.
यूपी बीजेपी में मचे घमासान पर समाजवादी पार्टी एक के बाद एक पोस्ट लिख कभी तंज कर रही है तो कभी भविष्यवाणियां कर रही है. समाजवादी पार्टी की ओर से किए गए ताजा पोस्ट में दावा किया गया है कि केशव मौर्या ने अपना गुट बना लिया है और वो जल्द सीएम योगी आदित्यनाथ को उखाड़ फकेंगे.
अगले कुछ महीनों में सीएम योगी की कुर्सी चली जायेगी- एसपी
सपा के एक्स अकाउंट के पोस्ट में लिखा है, “अपने घर पर नेताओं से मिल मिल कर केशव मौर्या ने सीएम योगी के खिलाफ अंदर ही अंदर खेल कर दिया है संभवतः अगले कुछ महीनों में सीएम योगी की कुर्सी चली जायेगी लगातार केशव मौर्या अपने नेतृत्व में गुट तैयार कर रहे जो प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और सीएम योगी के खिलाफ बोल रहा और प्रदेश अध्यक्ष और सीएम के खिलाफ इस बगावत को केशव मौर्या धार और ताकत दे रहे भूपेंद्र चौधरी और सीएम योगी दोनों ही केशव मौर्या के राडार पर हैं और दोनों के खिलाफ खुलकर केशव खेल रहे.”
अपने घर पर नेताओं से मिल मिल कर केशव मौर्या ने सीएम योगी के खिलाफ अंदर ही अंदर खेल कर दिया है
संभवतः अगले कुछ महीनों में सीएम योगी की कुर्सी चली जायेगी
लगातार केशव मौर्या अपने नेतृत्व में गुट तैयार कर रहे जो प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और सीएम योगी के खिलाफ बोल रहा और प्रदेश… pic.twitter.com/XC3ZZEZj5B
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) July 19, 2024
SP on BJP infighting, इंजन ही नहीं अब तो डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं-अखिलेश यादव
एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी प्रमुख सीधे बीजेपी को निशाने पर लिए हुए है वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के हैंडल से भी बीजेपी पर निशाने साधे जा रहे है. समाजवादी पार्टी के एक अकाउंट से पार्टी प्रमुख का एक बयान शेयर किया गया है जिसमें वो कह रहे है कि बीजेपी में अब सिर्फ इंजन नहीं डब्बे भी टकरा रहे है. सपा प्रमुख का कहना है कि, “दिन-पर-दिन कमज़ोर होती भाजपा में टकराव और भटकाव का दौर शुरू हो गया है. भाजपा खेमों में बंट गयी है. भाजपा के एक नेता महोदय अपने ही शीर्ष नेतृत्व के दिए नारे को नकार रहे हैं. कोई मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि बैकफुट पर जाने की ज़रूरत नहीं है, जो उछल-कूद कर रहे हैं वो बैठा दिये जाएंगे. कोई कह रहा है संगठन सरकार से बढ़ा है. तो कोई सहयोगी दल हार का कारण दिल्ली-लखनऊ के नेतृत्व के ऊपर डाल रहा है. कोई वीडियो बनाकर बयान दे रहा है, कोई चिट्ठी लिख रहा है. भाजपा में एक-दूसरे को कमतर दिखाने के लिए कठपुतली का खेल खेला जा रहा है. सबकी डोरी अलग-अलग हाथों में है. भाजपा में पर्दे के पीछे की लड़ाई सरेआम हो गयी है. इंजन ही नहीं अब तो डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं.”
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 18, 2024
यानी बीजेपी में लगी आग में समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव घी डालने का काम कर रहे है. ऐसे में सीएम योगी के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही है. उन्हें न सिर्फ पार्टी के अंदर उठ रहे विरोध के स्वरों को कुचलना है बल्कि पार्टी के बाहर से हो रही उनकी कड़क नेता और शासक की छवी को कमज़ोर करने की कोशिशों का भी जवाब देना है.