समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने गुरुवार को विधि आयोग द्वारा समान नागरिक संहिता पर नए सिरे से राय मांगने पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि यह केवल देश में नफरत फैलाएगा.
उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, कुछ राज्यों में चुनाव भी होने हैं. इन लोगों (भाजपा) के पास बात करने के लिए (मुद्दे) नहीं हैं. वे यह नहीं कह सकते कि उन्होंने कोई काम किया है क्योंकि उन्होंने केवल देश को नफरत की आग में झौंका है.” उन्होंने कहा, “यह कानून बनाने से काम नहीं चलेगा, इससे देश में और नफरत पैदा होगी.”
बार्क की यह टिप्पणी विधि आयोग द्वारा बुधवार को दिए गए बयान के बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि उसने एक समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की आवश्यकता पर नए सिरे से विचार करने और सार्वजनिक और धार्मिक संगठनों के सदस्यों सहित विभिन्न हितधारकों के विचार जानने का फैसला किया है.
हम इस्लामिक तरीके से ही जीवन व्यतीत करेंगे-बर्क
सांसद शफीकुर रहमान बर्क कहा कि देश में अलग-अलग बिरादरी और धर्म के लोग रहते हैं और अपने-अपने धर्म के अनुसार शादी-ब्याह और जीवन व्यतीत करते हैं. “हम इस्लाम में जो तरीका बतलाया है शादियां करने का, उसी हिसाब से शादी विवाह करते हैं. इसलिए कॉमन सिविल कोड से काम नहीं चलेगा. ये धार्मिक मामला है. अल्लाह के लिए इसे सियासत ना बनाया जाए. वह हमें लाख भी मना करें. हम अपने इस्लाम के तरीके से ही अपने मामला तय करेंगे.”
मुसलमान को कैसे देश से निकाल दोगे, ये हमारा भी मुल्क है
सांसद बर्क ने कहा आज किसी को कोई दिक्कत नहीं है, सिर्फ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को दिक्कत है. संभल से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद ने कहा कि बीजेपी की नीति हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने की है, जिसके कारण देश की धर्मनिरपेक्ष छवि खराब हो गई है.
उन्होंने कहा “तुम क्या कर रहे हो. इस देश के अंदर यानी कि लोगों को निकालने का काम कर रहो हो. मुसलमानों को तुम निकाल दोगे इस देश से तुम्हारी हिम्मत नहीं है. तुम्हारी ताकत नहीं है. हमें यहां से निकाल दो. देश हमारा भी है. हमें कैसे निकल सकते हो यहां से.”
मणिपुर और उत्तरखंड पर बर्क ने साधा बीजेपी पर निशाना
सपा सांसद ने मणिपुर और उत्तराखंड हिंसा के मामले में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यही तो मामला है बातें करने लगे इधर-उधर की जो काम करने का वह नहीं करते. झगड़ा फसाद या आवाम के अंदर जनता के अंदर क्यों एक दूसरे के झगड़े पैदा हो रहे हैं. क्यों बिरादरियों में जंग हो रही है. कह रहे है उत्तराखंड में मुसलमान खाली कर दें, यह कोई कानून है. हम इस देश के मालिक नहीं है क्या. हम भी मालिक हैं. यही मालिक नहीं है. हम इनके कहने से निकलेंगे नहीं, देश के अंदर रहेंगे. इस देश को हमने कुर्बानी है. अंग्रेजों की तो मुसलमानों ने गोलियां खाई और फांसी पर लटके. और सीने पर गोलियां भी खाएं. उस वक्त R.S.S कहां पर थी. यह घरों में अंदर बैठे थे.
वीर सावरकार का नाम लिए बिना बर्क ने कहा अकेले जेल चले गए थे. जिनका फोटो भी लगा है पार्लियामेंट में. ये माफी मांग कर बाहर आ गए थे. तो मुसलमान ने किससे माफी मांगी.
धर्मांतरण के मुद्दे से दुष्प्रचार की बू आती है
बर्क ने आगे आरोप लगाया कि भगवा पार्टी नागरिकों के बीच नफरत फैला रही है. जबरन धर्मांतरण में मुस्लिम युवकों की कथित संलिप्तता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इससे दुष्प्रचार की बू आती है.
उन्होंने कहा, “चुनाव 2024 के लिए निर्धारित हैं, वे (भाजपा) झूठे हैं और इस प्रकार का प्रचार कर रहे हैं. वे इसके माध्यम से हमारे हिंदू भाइयों का वोट हासिल करना चाहते हैं.”
ये भी पढ़ें- “CM YOGI से नहीं हुई है मुलाकात लेकिन राजनीति में कुछ भी संभव है”, बीजेपी से गठबंधन पर ओपी राजभर का इशारा