उत्तर प्रदेश में 13 हज़ार अवैध मदरसों को बंद किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक इस मामले में बनी एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट यूपी सरकार को सौंप दी है. बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में 13 हज़ार मदरसों को अवैध बताया गया है. खासकर नेपाल की सीमा से लगे मदरसों को बंद करने की एसआईटी ने इपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है. जानकारी के मुताबिक एसआईटी रिपोर्ट में कहा गया है कि ये अवैध मदरसे पिछले 20 साल में खाड़ी देशों की मदद से बनाए गए हैं.
शिक्षा की आड़ में देश के खिलाफ काम की इजाजत नहीं- केशव प्रसाद मौर्य
वहीं उत्तर प्रदेश में अवैध मदरसों पर SIT द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने की खबरों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “देश में शिक्षा व्यवस्था को लेकर कोई सवाल नहीं है. लेकिन शिक्षा की आड़ में अगर देश के खिलाफ गतिविधियां होगी तो जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.”
#WATCH उत्तर प्रदेश में अवैध मदरसों पर SIT द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने की खबरों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “देश में शिक्षा व्यवस्था को लेकर कोई सवाल नहीं है। लेकिन शिक्षा की आड़ में अगर देश के खिलाफ गतिविधियां होगी तो जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई… pic.twitter.com/OTE8SjCHnn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 7, 2024
भारत-नेपाल सीमा पर बने है सबसे ज्यादा अवैध मदरसे
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक एसआईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा अवैध मदरसे भारत नेपाल सीमा पर बसे 7 जिलों में है इसमें बहराइच, श्रावस्ती और महराजगंज शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक यहां 500 से ज्यादा मदरसे है जो चंदे से बने है लेकिन इन मदसरों का प्रबंधन एसआईटी के चंदे से जुड़े सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. ऐसा माना जा रहा है कि ये मदरसे टेरर फंडिंग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली रकम से बने है. जिन्हें हवाला के जरिए खाड़ी देशों से भेजा गया है.