बालासोर (उडीसा) बालासोर रेल हादसे (Balasor Train Accident) की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने सोमवार को बालासोर स्टेशन के जूनियर इंजीनियर के घर पर छापेमारी की . जब जांच के लिए टीम उसके घर पर पहुंची तो जेई (JE) अपने परिवार सहित घर से लापता था.
रेल हादसे की कारणों का जांच कर रही है सीबीआई
दरअसल बालासोर में हुए कोरमंंडल एक्सप्रेस और दो और गाडियों के प्रचंड रेल हादसे (Balasor Train Accident) को लेकर कई तरह की संभावनाएं जताई जा रही है. इसमें से एक थ्योरी ये है कि हादसे की वजह इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ हो सकती है. इस पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है . इसी सिलसले में सीबीआई आज बालासोर रेलवे स्टेशन के सिग्नल पर तैनात जूनियर इंजीनियर से पूछताछ करने पहुंची. घर पहुंचने पर पता चला कि इंजीनियर परिवार सहित लापता है. जेई के लापता होने पर सीबीआई ने उसका घर सील कर दिया है.
6 जून से सीबीआई कर रही है हादसे के कारणों की जांच
2 जून को उडीसा के बालासोर स्टेशन पर हुई भारत के सबसे बड़े रेल दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 292 पहुंच गई है. हदासे के बाद से ही ये अंदेशा जताया गया कि ये कोई सुनियोजित घटना हो सकती है. प्रारंभिक जांच में इंटरलॉकिमंग सिस्टम में छेड़छाड़ की संभावना जताई गई थी. इसके बाद रेल मंत्रालय ने सीबीआई जांच की सिफारिश की और 6 जून को सीबीआई ने इस मामले को अपने हाथ में ले लिया था.
CBI ने सबसे पहले बहानागा स्टेशन किया था सील
साबीआई ने अपनी जांच शुरु करते ही FIR दर्ज करने के बाद सबसे पहले लॉगबुक, रिले पैनल औऱ तकनीकि उपकरण जब्त करने और इंटरलाकिंग सिस्टम पैनल को सील करने के बाद बहानगा स्टेशन को सील कर दिया था, ताकि सिग्नल प्रणाली तक कोई पहुंच ना पाये. अगले नोटिस तक सभी सवारी और मालगाड़ियों के स्टेशन पर रुकने पर रोक लगा दी गई थी.
जांच की रडार पर 5 रेलकर्मी
बालासोर दुर्घटना की जांच के लिए बनाई गई टीम के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस दुर्घटना को लेकर रेलवे के पांच अधिकारी जांच की रडार पर है. इसमें बहनागा बाजार स्टेशन के स्टेशन मास्टर सहित पांच कर्मचारी शामिल हैं. ये चारो रेलकर्मी सिग्नलिंग से जुड़े हुए थे. ये पांचो कर्मचारी फिलहाल ड्यूटी पर हैं. इनसे समय समय पर पूछताछ की जा रही है .