लखनऊ:उत्तर प्रदेश में पंजाबी समुदाय के लोगों के कुछ मुद्दों को लेकर शनिवार को शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंध कमिटी (SGPC) ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. SGPC के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने तीन समस्याओं रखीं और उसका समाधान करने की मांग की.
पंजाबियों से ना छीनी जाये जमीन
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद,बरेली,लखनउ समेत कई मंडलों से आये पंजाबियो के प्रतिनिधियों ने सीएम योगी को बताया कि 50-60 साल पहले यहां आये किसानों को बसाने के लिए जमीने दी गई थी लेकिन कुछ समय पहले सरकार की तरफ से नोटिस आया था कि सरकार की दी गई जमीने खाली की जाये. सरकार के इस नोटिस से पंजाबी मुदाय परेशान है.
एनकाउंटर के आपराधियों की कम ना की जाये सजा
1991 में पीलीभीत में उस समय की पुलिस ने इनकाउंटर कर के मार दिया था, उसकी CBI इंकवायरी हुई थी, केस दर्ज किया और चलान कर के उम्र कैद दे दी गई थी. लेकिन कुछ दिन पहले हाईकोर्ट ने आदेश किया है की 302 को 306 में कनवर्ट कर दिया गया जिससे सजा सिर्फ 7 साल की रह गई. सिख समुदाय ने इसको लेकर सीएम योगी से अपील की है कि इस मामले को सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया जाए
2014 से सिख मुस्लिम दंगो के मामले खत्म किये जाये
2014 में सहारनपुर में सिख और मुस्लिम के बीच में झगड़ा हुआ था,भाईचारे में समझौता हो गया था लेकिन केस अभी भी चल रहे है, उसे लेकर SGPC ने सीएम आग्रह किया कि केस को खत्म किए जाए.
मुलाकात कर बाहर आने के बाद सिख प्रतिनिधियोंने कहा कि हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते है की उन्होने आश्वासन दिया कि किसी भी पंजाबी को उजाड़ा नहीं जायेगा. यहां से जिन्होंने उस इलाके को आबाद किया है किसी भी हाल में कोई तकलीफ नहीं होगी.