Saturday, July 27, 2024

विधानसभा धरने से पहले ही घर में कैद किए गए एसपी विधायक

समाजवादी पार्टी विधायकों को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. अखिलेश यादव से लेकर सभी एसपी विधायकों के घरों के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है. समाजवादी पार्टी ने बुधवार से महंगाई, बेरोजगारों और अन्य मुद्दों को लेकर विधान भवन पर प्रदर्शन करने का एलान किया था. इसके पूर्व ही बुधवार की सुबह पार्टी विधायकों के घरों के बाहर पुलिस ने पहरा लगा दिया. यहीं नहीं सपा के प्रदेश ऑफिस पर भी पुलिस का कड़ा पहरा है. यूपी पुलिस की इस कार्रवाई के बाद समाजवादी पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया पर विधायकों के घर के बाहर पुलिस पहरे के वीडियो शेयर कर गुस्सा जताया गया है.

पोस्ट में क्या लिखा है
पार्टी की ओर एक के बाद एक कई पोस्ट किए गए है. इसमें विधायकों के घर के बाहर पुलिस बंदोबस्त के वीडियो भी लगाए गए है. पार्टी ने अपने पहले पोस्ट में लिखा है. “महंगाई, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, भर्तियों में धांधली, स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टचार, गरीब के घरों पर चल रहे बुलडोजर, किसानों की दुर्दशा के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगने आज विधानसभा जा रहे हैं सपा विधायक लेकिन पुलिस सपा विधायकों को घरों से निकलने नहीं दे रही। घोर निंदनीय!”


मीडिया से नहीं करने दी जा रही बात
पार्टी की ओर से किए गए दूसरे ट्वीट में कहा गया है कि योगी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है और हमारे नेताओं के मीडिया से बात भी नहीं करने दी जा रही है-“ लोकतंत्र की हत्या करना बंद करें सरकार! आज विधानसभा में जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए धरना देने जा रहे सपा विधायकों को पुलिस ने पहले घरों से नहीं निकलने दिया। अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ ‘मीडिया’ के बंधुओं को सपा विधायकों से बात भी नहीं करने दे रही पुलिस। घोर निंदनीय!”


हम डरने वाले नहीं है-एसपी
पार्टी की ओर से तीसरा ट्वीट भी किया गया है. इस ट्वीट के साथ पुलिस बंदोबस्त के तीन वीडियो भी लगाए गए है. इस ट्वीट में लिखा है-“ भाजपा सरकार को क्या लगता है कि सपा कार्यालय पर फ़ोर्स तैनात कर समाजवादियों को डरा लेगी? समाजवादी पार्टी का एक एक नेता व कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आमजन के साथ खड़ा है, हम सत्ता के दबाव के आगे झुकेंगे नहीं। जय समाजवाद!”



क्या था समाजवादी पार्टी का प्लान

दरअसल, समाजवादी पार्टी इस बार विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही पांच दिन का धरना प्रदर्शन करने जा रही थी. 14 सितंबर से 18 सितंबर तक विधान भवन में चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष पार्टी के विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों को धरना देना था. इस आंदोलन में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी एक दिन धरने पर बैठना है. एसपी खराब कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, विपक्षी दलों खासकर समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी और झूठे मुकदमे दर्ज कराने जैसे मुद्दों के विरोध में धरना प्रदर्शन करने जा रही थी.

लखनऊ पुलिस का समाजवादी पार्टी के आरोपों पर जवाब
समाजवादी पार्टी के धरना प्रदर्शन नहीं करने दिया जाने के जवाब में लखनऊ पुलिस ने भी एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट में पुलिस ने एक पोस्टर का स्क्रीन शॉट लगाया है जिसमें लिखा है. “चूंकि विधानसभा हाई सिक्योरिटी जोन के अंदर आता है, विधान सभा पर किसी भी प्रकार के धरने प्रदर्शन की अनुमति नहीं है. माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में इकोगार्डन पर धरना प्रदर्शन करने में लखनऊ पुलिस को कोई आपत्ति नहीं है ”

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