समाजवाद का एक सिपाही हमेशा के लिए खामोश हो गया. गरीबों और पिछड़ों के अधिकार की लड़ाई लड़ने वाला एक नेता अब हमारे बीच नहीं रहा. देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री रहे समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने लंबी बीमारी के बाद इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत बेहद नाजुक थी. वो डॉक्टरों की विशेष्ज्ञ टीम उनके स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए थी.
मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुलायम सिंह यादव के बड़े बेटे अखिलेश यादव ने दी. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया कि “मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे.”
मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे – श्री अखिलेश यादव
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 10, 2022
गुरुग्राम के मेदांता से सैफई ले जाया गया पार्थिव शरीर
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से सैफई ले जाया गया. सैफई और इटावा के जिलाधिकारी अवनीश राय ने बताया कि उन्हें सूचना दी गई है कि नेता जी का अंतिम संस्कार सैफई में किया जाएगा. जिलाधिकारी ने बताया कि “प्राथमिक व्यवस्था कि लिए पुलिस और प्रशासन की टीम यहां मौजूद हैं. प्राथमिक जानकारी के मुताबिक हमें अंतिम संस्कार का समय कल दोपहर का दिया गया है”
मुलायम सिंह के निधन पर यूपी में 3 दिन का शोक
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत सभी दल के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की. राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में समाजवादी नेता को ‘धरती पुत्र’ और जमीन से जुड़े दिग्गज नेता बताया.
प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मुलायम सिंह यादव जी ने यूपी और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई. वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए एक प्रमुख सैनिक थे.”
पीएम ने उन दिनों को भी याद किया जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे और मुलायम सिंह यूपी के, ”जब हमने अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के रूप में काम किया, तब मुलायम सिंह यादव जी के साथ मेरी कई बातचीत हुई. घनिष्ठता जारी रही और मैं हमेशा उनके विचारों को सुनने के लिए उत्सुक था। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और लाखों समर्थकों के प्रति संवेदना… ओम शांति”
I had many interactions with Mulayam Singh Yadav Ji when we served as Chief Ministers of our respective states. The close association continued and I always looked forward to hearing his views. His demise pains me. Condolences to his family and lakhs of supporters. Om Shanti. pic.twitter.com/eWbJYoNfzU
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2022
मुलायम सिंह यादव के निधन पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने दुख व्यक्त किया है. प्रियंका ने एक ट्वीट में लिखा, “श्री मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला. भारतीय राजनीति में उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री, भारत सरकार के रक्षामंत्री व सामाजिक न्याय के सशक्त पैरोकार के रूप में उनका अतुलनीय योगदान हमेशा याद रखा जाएगा. @yadavakhilesh व अन्य सभी प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं”
“ईश्वर श्री मुलायम सिंह यादव जी को श्रीचरणों में स्थान दें.”
श्री मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला। भारतीय राजनीति में उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री, भारत सरकार के रक्षामंत्री व सामाजिक न्याय के सशक्त पैरोकार के रूप में उनका अतुलनीय योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।@yadavakhilesh व अन्य सभी प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 10, 2022
गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताया और कहा कि आपातकाल के दौरान उन्होंने लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए बुलंद आवाज़ उठाई.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी. रक्षा मंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ज़मीन से जुड़े ऐसे नेता थे जिन्होंने कई दशकों तक UP की राजनीति में एक प्रमुख भूमिका निभाई.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने का कि मुलायम सिंह यादव का निधन भारतीय लोकतंत्र की नींव के एक पत्थर के ढह जाने जैसा है.