RSS On Caste Census : जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच घमासान मचा हुआ है. बीजेपी जातीय जनगणना को लगातार समाज को बांटने वाला बताकर विपक्ष को निशाना बन रही है. वहीं आज राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रवक्ता ने जातीय जनगणना के पक्ष में बयान देकर सबको चौंका दिया है. आरएसएस ने कुछ शर्तों के साथ जातीय जनगणना का समर्थन किया है .
RSS Caste Census : जन कल्याण के लिए जातिगत जणगणना उपयोगी
केरल के पलक्कड में चल रहे तीन दिन के समन्वय बैठक के दौरान संघ के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने जातीय जणगणना के पक्ष में बयान दिया.उन्होंने कहा कि जन कल्याण के लिए जातिगत जणगणना उपयोगी है, लेकिन यहां इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि कोई इसका प्रयोग चुनावी फायदे के लिए ना करे.
#WATCH | Palakkad, Kerala: On caste-based census, Rashtriya Swayamsevak Sangh, Akhil Bharatiya Prachar Pramukh Sunil Ambekar says, “In our Hindu society, we have a sensitive issue of our caste and caste relations… It is an important issue of our national unity and integrity so… pic.twitter.com/cJDkAe4Vg4
— ANI (@ANI) September 2, 2024
सुनील आंबेकर ने कहा कि जातीय जनगणना हमारे समाज में संवेदनशील मुद्दा है. ये मुद्दे देश की एकता से जुड़ा हुआ है. इसलिए इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचने विचारने की जरूरत है. सरकरों को डेटा की जरूरत पड़ती है. समाज के कुछ वर्ग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. इसलिए इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जाति जनगणना करवाना चाहिए. संघ प्रवक्ता आंबेकर ने कहा कि लोक कल्याण के लिए इसका इस्तेमाल होना चाहिए लेकिन इसका इस्तेमाल पॉलिटिकल टूल की तरह ना हो इसका ध्यान रखना होगा.
महिला सुरक्षा पर RSS -अत्याचार पीड़ित महिलाओं को तत्काल न्याय की जरूरत
पलक्कड मीटिंग के दौरान कोलकाता आरजी कर मेजिकल कॉलेज में हुई जघन्य घटना की कड़ी निंदा की गई , वहीं इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताये हुए पीड़ित महिलाओं को तत्काल न्याय दिलाने के लिए बने कानून और कार्रवाइयों पर एख बार फिर से विचार की जरूरत पर बल दिया गया. सुनील आंबेकर ने कहा कि हम सभी का मानना है कि महिला अत्याचार से संबंधित कानूनों पर दोबारा विचार करने की जरूरत है, ताकि हमारे पास उचित और फास्ट-ट्रैक प्रक्रियाएं उपलब्ध रहे और पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित कर सकें.