Thursday, December 19, 2024

Rover Pragyan ने खोले चांद के कई राज,Moon पर इंसानी बस्ती बसाना कितना होगा आसान ?

दिल्ली : चंद्रयान 3 को चांद पर पहुंचे एक हफ्ता हो चुका है. Rover Pragyan ने काम शुरू कर दिया है. चंद्रयान की सफलता की कहानी पूरी दुनिया में सुनी जा रही है. ISRO ने जितनी कम लागत में इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया वो भी अपने आप में सराहनीय है. चांद पर चंद्रयान को लैंड किए हुए धरती का एक हफ्ता और चांद का आधा दिन पूरा हो चुका है. Rover प्रज्ञान ने  पहले दिन से ही काम शुरू कर दिया था.

Rover Pragyan ने किए अद्भुत खोज

आपको बता दें कि चांद पर धरती के 14 दिन के बराबर एक दिन होता है. उस लिहाज से चंद्रयान और Rover Pragyan चंद्रमा पर आधा दिन गुजार चुका है अब उसके पास 7 दिन और बचे हैं रिसर्च के लिए. 14 दिन के बाद चंद्रमा पर अंधेरा छा जाएगा और फिर वहां माइनस 120 डिग्री सेल्सियस तक जमा देने वाली ठंड शुरू हो जाएगी.सूर्य की गैरमौजूदगी और ठंड के मौसम को विक्रम लैंडर और प्रज्ञान Rover Pragyan कितना झेल पाएंगे ये तो बाद में ही पता चलेगा.

चांद पर है Oxygen

फिलहाल धरती का एक हफ्ता और चांद का आधा दिन पूरा करने के दौरान प्रज्ञान रोवर ने कई खोज किए हैं. सबसे चौंकाने वाली खोज ये है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऑक्सीजन है. इसकी पुष्टि के लिए प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर मौजूद खनिजों और रसायनों को जांच के लिए भेजा है. अब तक की स्थिति ये है कि ऑक्सीजन मिल गया है और हाइड्रोजन की खोज चल रही है. यही दोनों मिलकर पानी बनाते हैं. इसका मतलब ये कि अगर ऑक्सीजन के बाद हाइड्रोजन भी मिल जाए तो चांद पर जीवन की शुरूआत हो सकती है. सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि चांद की ऊपरी सतह का तापमान 50-60 डिग्री सेल्सियस है जबकि सतह से मात्र चार इंच नीचे का तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस है. मतलब ये कि मात्र चार इंच के अंतराल पर चांद पर तापमान में काफी अंतर है जिस पर वैज्ञानिकों की नजर बनी हुई है.

कई जरूरी मिनरल्स भी हैं चांद पर

इसके अलावा चांद की सतह पर सल्फर,अल्यूमिनियम,लोहा,कैल्शियम,क्रोमियम,टाइटैनियम,मैग्नीज और सिलिकॉन जैसी चीजें मिली हैं जिससे इंसानी जरूरत की बहुत सारी चीजें बनाई जा सकती हैं. इनका इस्तेमाल इंसानी बस्ती बसाने में किया जा सकता है.

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