Sunday, September 8, 2024

Rohtas: खनन विभाग और बालू माफियाओं की साठ-गांठ से सरकार को लग रहा लाखों का चूना

संवाददाता मिथिलेश कुमार, रोहतास(Rohtas): रोहतास में खनन विभाग के शह पर बालू माफियाओं का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच चुका है. जिले में खनन विभाग और अवैध बालू कारोबारियों के गठजोड़ से बालू का अवैध कारोबार अच्छे से फल फूल रहा है. बालू माफियाओं का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि पुलिस के साथ-साथ अब पत्रकारों को भी टारगेट कर उनपर जानलेवा हमला किए जा रहे है.

रिपोर्टर अशोक कुमार का बालू माफियाओं द्वारा अपहरण किया गया

ताजा मामला रोहतास जिले के काराकाट थानाक्षेत्र के सुकहरा डिहरी गाँव का है. जहां काराकाट प्रखंड के दैनिक अखबार के रिपोर्टर अशोक कुमार सिंह का बालू माफियाओं ने अपहरण कर लिया था. अपहरण करने के बाद पत्रकार को तीन घंटे तक बंदी बनाकर रखा गया. उसके बाद उनके साथ मारपीट भी की गई और जान से मारने की धमकी भी दी गई.

इसके साथ ही पत्रकार को डराने के लिए बालू माफियाओं ने फायरिंग भी की. पत्रकार ने किसी तरह से भाग कर बालू माफियाओं से अपनी जान बचाई. घायल पत्रकार का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया गया. उसके बाद उन्होंने रोहतास जिले के बिक्रमगंज खान निरीक्षक राहुल कुमार, लालजी यादव, शशिकांत यादव पर नामजद सहित पाँच अज्ञात लोगों के खिलाफ काराकाट थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई है.

Rohtas: दैनिक अखबार के पत्रकार अशोक कुमार ने बताया

उक्त मामले की जानकारी देते हुए दैनिक अखबार के पत्रकार अशोक कुमार सिंह ने बताया कि रोहतास जिले के काराकाट थानाक्षेत्र के सुकहरा डिहरी गाँव के समीप एक ईंट भट्ठे के पास ओवरलोडेड बालू से लदे पाँच ट्रको को खानन निरीक्षक राहुल कुमार ने जब्त करने की सूचना मिली. इसके बाद पत्रकार घटनास्थल पर पहुंचकर जब्त किए गये ट्रकों की फोटो और वीडियो बनाने लगे.

जिस पर खनन निरीक्षक राहुल कुमार ने पत्रकार को वीडियो और फोटो लेने के लिए मना किया. फोटो वीडियो बनाने के बाद पत्रकार अशोक कुमार सिंह वहाँ से आगे बढ़े तभी खनन निरीक्षक राहुल कुमार ने बालू माफियाओं को सूचना दी गई. इससे पहले ही पकड़े गये सभी ट्रकों के मालिक बालू माफिया मौके पर पहुंचकर मामले को रफा- दफा करने की फिराक में जुटे थे. लेकिन पत्रकार के फोटो और वीडियो बनाने से उनके मंसूबे फेल होते दिख रहे थे.

पत्रकारों को बालू माफियाओं द्वारा किया जा रहा टारगेट

जिससे नाराज होकर बालू माफियाओं ने रास्ते में ही पत्रकार को रोक कर स्कॉर्पियो में जबरन बिठा लिया. पत्रकार के मुताबिक बालू माफिया उन्हें अगवा कर पास के जिले औरंगाबाद के बारुण में ले गया और वहाँ उनके साथ जमकर मारपीट की गई. इसके साथ ही उन्हें डराने के लिए फायरिंग कर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई. बालू माफियाओं ने पत्रकार को तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा. पत्रकार का कहना है कि वो किसी तरह वहां से भागने में सफल रहा और अब उसका काराकाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है.

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इन दिनों बालू के अवैध कारोबार के खिलाफ पत्रकारों द्वारा लगातार खबर प्रकाशित और प्रसारित की जा रही थी. जिससे नाराज बालू माफियाओं द्वारा पत्रकारों को टारगेट कर उन पर हमला किया जा रहा है.

Rohtas: बालू का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है

रोहतास में खनन विभाग के अधिकारियों और बालू माफियाओं के गठजोड़ से बालू का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. रात्रि में बालू घाटों से बिना चालान एवं फर्जी चालान के आधार पर सैकड़ों गाड़ियां राज्य से उत्तर प्रदेश भेजी जा रही है. जिससे बालू माफियाओं को मोटी कमाई हो रही है. मोटी कमाई का एक बड़ा हिस्सा खनन विभाग एवं पुलिस प्रशासन को भी पहुँच रहा है. इसके साथ ही ओवरलोडेड ट्रकों को भी खनन विभाग और पुलिस प्रशासन के सहयोग से अन्य राज्यों में भेजा जाता है. जिससे बिहार सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है.

रिश्वत लेकर बालू से भरे ट्रक को छोड़ दिया जाता है

रात्रि में खनन विभाग एवं पुलिस- प्रशासन द्वारा अवैध बालू लदे गाड़ियों को पकड़ा जाता है. छापेमारी अभियान में यदि 10 गाड़ियाँ पकड़ी जाती है तो उसमें से लगभग 6 गाड़ियों को मोटी रकम लेने के बाद घटनास्थल से ही छोड़ दिया जाता है और चार गाड़ियों को पकड़कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कर दी जाती है ताकि सरकार और आला अधिकारियों को दिखाया जा सके.

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