देश और दुनिया भर में हिंदु धर्म को मानने वाले कृष्णभक्त उनका जन्मोत्सव जन्माष्टमी मना रहे हैं. देश भर के कृष्ण मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है. इस बीच ब्रिटेन से एक तस्वीर सामने आई है जिसने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. ये तस्वीर है भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक ऋषि सुनक की. वही ऋषि सुनक जो इंग्लैंड में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर आगे चल रहे हैं.
ऋषि सुनक ने जन्माष्टमी के मौके पर अपनी पत्नी अक्षता के साथ इस्कॉन मंदिर में पूजा करते हुए एक तस्वीर शेयर की है. सोशल मीडिया में पोस्ट की गई इस तस्वीर पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है. सोशल मीडिया में आ रही प्रतिक्रिया में कुछ लोग जहां इसे एक सामान्य बात बता रहे हैं वहीं कुछ लोग इसे राजनीति से जोड़ कर देख रहे हैं.
दरअसल ब्रिटेन में नए प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए चल रही दौड़ में शुरुआत में ऋषि सुनक सबसे आगे नजर आ रहे थे लेकिन चुनाव के जटिल लंबे दौर में अब सुनक विदेश सचिव लिज ट्रिस से पीछे हो गये हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लिज ट्रिस ने सुनक के ख़िलाफ़ एक मजबूत बढ़त बना ली है.
ऋषि सुनक के लिज से पिछड़ने की वजहों में उनका रंग और एशियाई मूल का होना भी शामिल है. इसक अलावा ऋषि सुनक की पत्नी अक्षरा सुनक की आपार संपत्ति और ग़ैर-स्थानीय (नॉन डोमिसाइल्ड) स्टेट्स भी ऋषि सुनक की परेशानी का सबब है. कहा जा रहा है कि अक्षरा सुनक की संपत्ति ब्रिटेन की महारानी की संपत्ति 36.5 करोड़ पाउंड यानी 3650 करोड़ रुपये से कहीं ज़्यादा है.
आपको बता दें अक्षरा इंफ़ोसिस के मालिक नारायण मूर्ति की बेटी हैं. और उनके इंफ़ोसिस में शेयर है जिसके चलते ऋषि सुनक को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. यह आलोचना इसलिए भी हो रही है क्योंकि पश्चिमी देशों की पाबंदी के बाद भी इंफ़ोसिस कंपनी का मॉस्को में एक ऑफ़िस काम कर रहा है.
वैसे ऋषि सुनक की सोशल मीडिया पर जन्माष्टमी की तस्वीर भेजने की वजह जो भी रही हो लेकिन भारत में इसको लेकर एक अलग ही बहस शुरु हो गई है. अब सोशल मीडिया पर लोग इस बात पर बहस कर रहे है कि सुनक के अपनी हिंदू पहचान दिखाने या अपनी आस्था को जताने में क्या बुराई है ? वैसे भी इंग्लैंड में हिंदूओं से बड़ी संख्या गैर हिंदूओं की है. ऐसे में हिंदु सेंटिमेंट्स की बात करना कोई मायने नहीं रखता है.
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