Sunday, September 8, 2024

विधायक नहीं चाहते सीएम बने सचिन पायलट-अजय माकन

राजस्थान कांग्रेस में घमासान जारी है. ख़बर है कि विधायकों की नाराजगी सुनने पहुंचे पर्यवेक्षक आज यानी सोमवार को दिल्ली लौट जाएंगे और प्रदेश पार्टी के हालात पर आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे. हलांकि मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन से मुलाकात के लिए नाराज विधायक नहीं माने है. उनकी ओर से ये साफ संदेश दिया गया है कि वह सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनने देना चाहते है. अब कहा जा रहा है कि दिल्ली में चर्चा के बाद ही इस मामले पर आगे क्या करना है तय किया जाएगा.
इससे पहले पर्यवेक्षक बन जयपुर पहुंचे कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा कि मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. उन्होंने कहा जो विधायक नाराज़ है उनकी बात सुनने के लिए हम तैयार है. पार्टी ने मुख्यमंत्री को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया है. उन्होंने विधायकों के लिए कहा कि “कोई भी बात हो आप हमें कहें. कोई फैसला नहीं हो रहा है. जो आप कहेंगे वो बात हम दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष को बताएंगे”
इसके बीच राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने सचिन पायलट को पार्टी का वफादार बताया और कहा कि पार्टी के विधायक आलाकमान के साथ हैं “ एक बच्चे से भी पूछेंगे तो वह भी बता देगा कि इतना कुछ होने के बाद कुछ गुंजाइश नहीं बनती (मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस अध्यक्ष बनने की)। सचिन पायलट पार्टी का वफादार सिपाही है। सब (विधायक) आलाकमान के साथ है”

जोधपुर में लगे सचिन पायलट के समर्थन में पोस्टर
इस बीच सचिन पायलट के समर्थक भी सक्रिय हो गए है. जोधपुर में ‘सत्यमेव जयते, नए युग की तैयारी’ लिखे पोस्टर लगाए गए है. शहर में विभिन्न स्थानों पर लगे इन पोस्टरों में कांग्रेस विधायक सचिन पायलट की तस्वीर लगी है.

सचिन पायलट के लिए बीजेपी के दरवाज़े खुले- सतीश पूनिया

कांग्रेस में मचे घमासान पर बीजेपी भी नज़र बनाए हुए है. BJP प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सचिन पायलट के लिए बीजेपी के दरवाजे बंद नहीं है. जैसे हालात होंगे बीजेपी आलाकमान वैसा फैसला लेगा उन्होंने कहा “इससे पहले भी वे(विधायक) 50 दिन बाड़े में बंद रहे हैं. मुख्यमंत्री(बनने) के लिए जो महत्वाकांक्षा रही, उससे कांग्रेस बेनकाब हुई है. अशोक गहलोत ने ऐसी सरकार छोड़ी है जिसे देवता भी ऐसी परिस्थितियों को बदल नहीं पाएंगे”
इसके साथ ही राजस्थान विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस के बीच मचा घमासान प्रदेश सरकार की अस्थिरता दिखाता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस सरकार का जन्म ही अंतर कलह से हुआ था. वो अंतर कलह अभी भी जारी है. उन्होंने कांग्रेस को विधायकों को बहादुर बताते हुए कहा कि पहली बार है जब विधायकों ने अपने हाईकमान को ललकारा है. उन्होंने कहा ” जब पूरे मंत्री मंडल ने त्यागपत्र दे ही दिया है, तो अकेले मुख्यमंत्री क्या करेंगे. अगर उनमें हिम्मत है तो ऐसे समय में मुख्यमंत्री को मंत्री मंडल की आपात बैठक बुलाकर सदन को भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए”
उधर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी राजस्थान के हालात पर टिप्पड़ी की है. उन्होंने कहा “ ‘भारत जोड़ो’ में मनोरंजन कम हुआ अब राजस्थान में भी शुरू हो गया है. राज्य में सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है. कांग्रेस सिर्फ सत्ता का सुख भोगना चाहती हैं, जनता की सेवा नहीं करना चाहती… कांग्रेस में न दिशा है न नेता है”

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