कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी की सोशल मीडिया ट्रोलिंग को लेकर ट्वीट का है. राहुल ने अपने समर्थकों और पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी के अन्य आलोचकों से उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने से बचने को कहा. एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों को अपमानित करना कमज़ोरी की निशानी है, ताकत की नहीं.
राहुल गांधी ने लगाई ट्रोलर्स की क्लास
असल में अमेठी में हार के बाद से ही स्मृति ईरानी ट्रोलर्स के निशाने पर है. इस हफ्ते जब उन्होंने अपना बंगला खाली किया तो लोगों ने फिर एक बार इनपर निशाना साधना शुरु कर दिया. इसी ट्रोलिंग के खिलाफ राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है. राहुल ने कहा, “जीवन में हार-जीत तो होती रहती है. मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे श्रीमती स्मृति ईरानी या किसी अन्य नेता के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने और बुरा व्यवहार करने से बचें. लोगों को अपमानित करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं.“
Winning and losing happen in life.
I urge everyone to refrain from using derogatory language and being nasty towards Smt. Smriti Irani or any other leader for that matter.
Humiliating and insulting people is a sign of weakness, not strength.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 12, 2024
सोशल मीडिया पर हो रही है राहुल गांधी की तारीफ
राहुल गांधी के स्मृति ईरानी के पक्ष पर ट्वीट करने के बाद से सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ हो रही है. इंडियन नाम की एक यूजर ने स्मृति ईरानी का संसद में सोनिया गांधी का नाम लेकर माफी की मांग करने वाला वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “संस्कार का फर्क होता है बाकी सुनाना सबको आता है. ..”, वहीं जमील मलिक नाम के यूजर ने राहुल की तारीफ करते हुए लिखा, “महान राहुल गांधी, राहुल गांधी ने ट्वीट कर लोगों से अपील की है कि वे स्मृति ईरानी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग न करें. ऐसा केवल दयालु व्यक्ति ही कर सकता है. इतना दयालु व्यक्ति…”
तो वहीं रिज़वान नाम के यूजर ने लिखा, “केवल सच्चा नेता ही अपने दिल की बात कह सकता है.
और @RahulGandhi का दिल प्यार और सम्मान से भरा होता है.”
स्मृति ईरानी के बंगला खाली करने पर लोगों ने किया उन्हें ट्रोल
अमेठी में हार के बाद इस हफ्ते फिर स्मृति ईरानी को उस वक्त ट्रोल्स का सामना करना पड़ा जब उन्होंने दिल्ली में अपना सरकारी बंगला खाली किया. ट्रोल्स उन्हें उस वक्त की याद दिला रहे थे जब राहुल गांधी ने अपनी संसद सदस्यता जाने पर बंगला खाली किया था और कह रहे थे कि कर्म सबसे बलवान है. ऐसे ही एक ट्रोल विवेक सिंह नेताजी नाम के यूजर ने लिखा, “जब मोदी सरकार ने राहुल गांधी को निलंबित करने और उनका बंगला छीनने की साजिश रची, तो स्मृति ईरानी जश्न मना रही थीं, अमेठी में हारने के बाद उन्हें अपना सरकारी बंगला खाली करना पड़ा. यह समय की बात है…जैसा बोओगे वैसा काटोगे…कर्म ही सच्चा है…”
वहीं, अभिलाष शर्मा नाम के यूजर ने भी एक ऐसा ही ट्वीट किया, उन्होंने लिखा- “स्मृति ईरानी ने सरकारी आवास खाली कर दिया है! मोहतरमा कभी राहुल गांधी का सरकारी आवास खाली कराने के लिए छटपटा रही थी! मोहतरमा भूल गई थी कि जब वक्त का पहिया घूमता है तो अच्छों अच्छों का घमंड चूर कर देता है!”
वहीं सूरज मेहरा नाम के यूजर ने लिखा, “मोदी सरकार 2.0 की सबसे ज्यादा वोटों से अमेठी से चुनाव हारने के बाद स्मृति ईरानी को दिल्ली स्थित सरकारी आवास छोड़ना पड़ा नेताओं के साथ ये सब होना आम बात है लेकिन अहंकार पालना अच्छी बात नहीं है”