नई दिल्ली: Electoral Bond चुनावी समर में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भ्रष्टाचार की दुकान चलाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता ने इलेक्टोरल बांड का हवाला देते हुए कहा कि पीएम मोदी देश में चंदे का धंधा के सभी अध्याय खुद पढ़ा रहे हैं . कांग्रेस पार्टी ने आज सोशल मीडिया x पर एक विज्ञापन जारी किया जिसमें पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है.
Electoral Bond यानी एंटायर करप्शन साइंस ?
इस वीडियो में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि “ नरेंद्र मोदी देश में भ्रष्टाचार की दुकान चला रहे हैं,जहां एंटायर करप्शन साइंस के तहत चंदे का धंधा समेत सभी अध्याय वो खुद पढ़ा रहे हैं. राहुल गांधी ने इस वीडियो में सिलसिलेवार तरीके से उन कंपनियों के नाम लिये है जिन्हे बॉड के नाम पर पैसा देने के बाद बड़े बड़े कांट्रेक्ट मिले. टैक्स में छूट मिली है.
नरेंद्र मोदी देश में ‘भ्रष्टाचार का स्कूल’ चला रहे हैं!
जहां ‘Entire Corruption Science’ विषय के तहत ‘चंदे का धंधा’ समेत हर एक चैप्टर वह खुद डिटेल में पढ़ा रहे हैं।
जैसे:
– छापा डालकर चंदे की वसूली कैसे होती है?
– चंदा लेकर ठेका कैसे बांटा जाता है?
– भ्रष्टाचारियों को धुलने… pic.twitter.com/pHvmxr9BO8— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 20, 2024
बीजेपी में भ्रष्टाचार का क्रैशकोर्स – राहुल गांधी का आरोप
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि छापा डालकर वसूली कैसे होती है ,चंदा लेकर ठेका कैसे दिया जाता है, भ्रष्टाचारियों को शुद्ध करने वाली मशीन कैसे काम करती है, इनके बारे में पढ़ाया जा रहा है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन गई है.भाजपा ने अपने नेताओं लिए भ्रष्टाचार का क्रैश कोर्स अनिवार्य कर दिया है, जिसकी कीमत सारा देश चुका रहा है. राहुल गांधी का कहना है कि इंडिया गठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार की इस दूकान पर ताला लगाकर इस कोर्स को हमेशा के लिए बंद कर देगी.
राहुल गांधी के आरोपों पर गृहमंत्री अमित शाह का जवाब
केंद्रीय गृहमंत्री ने एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा कि राहुल गांधी इलेक्टोरल बांड से मिले चंदे को दुनिया की सबसे बड़ी जबरन वसूली कह रहे हैं. . अमित शाह ने राहुल गांधी के इस बयान पर विपक्ष से पूछा कि क्या वो भी इसे जबरन वसूली कहेंगे ? गृहमंत्री शाह ने कहा कि विपक्ष को भी चंदा मिला, वह हमें मिलने वाले चंदे से भी ज्यादा है. उनके पास कई मुद्दा नहीं है. हमारे उपर भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं हैं, इसलिए वो हमारे बारे में भ्रम पैदा करना चाहते हैं. लेकिन वो सफल नहीं होगें.