सूरत कोर्ट में याचिका दायर करने और 13 अप्रैल यानी मामले की सुनवाई तक बेल मिलने के बाद राहुल गांधी ने पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल ने ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है, “ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा!”
ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।
इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा! pic.twitter.com/SYxC8yfc1M
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 3, 2023
सूरत कोर्ट में अब 13 अप्रैल को होगी सुनवाई
सोमवार सुबह कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी और तीन प्रदेश के अपने मुख्यमंत्रियों राजस्थान से अशोक गहलोत, हिमाचल से सुखविंदर सिंह सुक्खू और छत्तीसगढ़ से भूपेश सिंह बघेल के साथ सूरत पहुंचे थे. वहां उन्होंने सूरत की कोर्ट में 23 अप्रैल को सुनाई गई 2 साल की सज़ा के खिलाफ याचिका दायर की. कोर्ट ने राहुल की याचिका पर सुनवाई के लिए 13 अप्रैल की तारीख दी है. इसके साथ ही कोर्ट ने राहुल गांधी की बेल को भी 13 अप्रैल तक बढ़ा दिया है.
किस मामले में सुनाई गई थी राहुल गांधी को सज़ा
आपको बता दे 23 मार्च 2023 को सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को दोषी पाया था. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में दिए एक भाषण में मोदी सरमेन के इस्तेमाल को लेकर सूरत कोर्ट में आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज किया था. बीजेपी नेता और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ ये मुकदमा दर्ज किया था. कोर्ट ने राहुल को इस मामले में दोषी पाते हुए उन्हें 2 साल की सज़ा सुनाई है. जिसके बाद राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
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