फिल्म ‘Emergency’ के सह-निर्माता जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने फिल्म की रिलीज और सेंसर प्रमाणपत्र की मांग के लिए बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि, सेंसर बोर्ड ने “मनमाने ढंग से और अवैध रूप से” फिल्म के सेंसर सर्टिफिकेट को रोक रखा है. याचिका में यह भी दावा किया गया है कि सेंसर बोर्ड सर्टिफिकेट के साथ तैयार था, लेकिन उसे जारी नहीं कर रहा है.
याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति बी पी कोलाबावाला और न्यायमूर्ति फिरदौस पूनीवाला की खंडपीठ के समक्ष प्रस्तुत किया गया. आज दिन में अदालत में याचिका पर सुनवाई होगी.
कंगना ने भी कही थी सेंसर सर्टिफिकेट रोकने की बात
31 अगस्त को कंगना रनौत ने भी दावा किया था कि, सेंसर बोर्ड को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद बोर्ड ने फिल्म का सर्टिफिकेट रोक दिया है. अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कंगना ने कहा था, “ऐसी अफवाहें चल रही हैं कि हमारी फिल्म इमरजेंसी को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है. यह सच नहीं है. वास्तव में, हमारी फिल्म को मंजूरी मिल गई थी, लेकिन कई धमकियों के कारण सेंसर सर्टिफिकेट रोक दिया गया है. जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. सेंसर बोर्ड के सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं. हम पर इंदिरा गांधी की हत्या, भिंडरावाले और पंजाब दंगों को न दिखाने का दबाव है. मुझे नहीं पता कि फिर दिखाने के लिए क्या बचेगा… यह मेरे लिए अविश्वसनीय है और मुझे इस देश की स्थिति के लिए बहुत खेद है.”
6 सितंबर को रिलीज होनी थी कंगना की ‘Emergency’
6 सितंबर को रिलीज होने वाली कंगना रनौत अभिनीत जीवनी पर आधारित यह फिल्म विवादों में फंस गई है, क्योंकि शिरोमणि अकाली दल सहित सिख संगठनों ने इस पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया है कि इसमें समुदाय को गलत तरीके से पेश किया गया है और ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है.
इस फिल्म में रणौत ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मुख्य भूमिका निभाने के अलावा फिल्म का निर्देशन और सह-निर्माण भी किया है.