JPC on ONOE bill: बुधवार को कांग्रेस सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष तिवारी, सुखदेव भगत और रणदीप सुरजेवाला संभवतः एक राष्ट्र एक कानून बिल पर बनने वाली संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे.
इस बीच, ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ने प्रस्तावित पैनल के लिए लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी और राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले के नाम प्रस्तावित किए हैं.
प्रियंका ने विधेयक को बताया था “संविधान विरोधी”
मंगलवार को प्रियंका गांधी वाड्रा ने विधेयकों को “संविधान विरोधी” करार दिया था. उन्होंने कहा था, “यह हमारे देश की संघवाद के खिलाफ है. हम इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं.”
मंगलवार को सदन में पेश किया गया था विधेयक
विपक्ष और केंद्र सरकार के बीच तीखी बहस के बाद मंगलवार को लोकसभा में एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था वाले दो विधेयक पेश किए गए.
कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने इस विधेयक को “संविधान विरोधी” करार दिया. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने स्पष्ट किया कि यह कानून राज्यों की शक्तियों से छेड़छाड़ नहीं करेगा. हंगामे के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट से कहा है कि विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति को भेजा जाएगा.
मत विभाजन के बाद विधेयक प्रस्तुत किया गया. 263 सदस्यों ने विधेयक प्रस्तुत करने के पक्ष में तथा 198 ने इसके विरोध में मतदान किया.
विपक्षी कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, एनसीपी-एसपी, शिवसेना-यूबीटी और एआईएमआईएम ने विधेयक पेश किए जाने पर आपत्ति जताई.
पीएम मोदी की थी JPC on ONOE bill बनाने की पहल
यह विधेयक, जिसमें विधानसभा और आम चुनाव एक साथ कराने की बात कही गई है, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा राजनीतिक दलों सहित हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के कुछ महीने बाद पेश किया गया था. 32 राजनीतिक दलों ने इस उपाय का समर्थन किया और 15 दलों ने इसका विरोध किया.
अमित शाह ने सदन में कहा, “जेपीसी में विस्तृत चर्चा हो सकती है. जेपीसी की रिपोर्ट को कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी जाएगी. फिर, सदन में इस (विधेयक) पर चर्चा होगी.”