उत्तराखंड में केदारनाथ और बद्रीनाथ में विकास कार्यों का जायजा लेकर शाम करीब 5 बजे भगवान श्री रामलला विराजमान के दर्शन और पूजा करेंगे. इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण करेंगे. इस वर्ष, दीपोत्सव का छठा संस्करण आयोजित किया जा रहा है और यह पहली बार है कि प्रधानमंत्री समारोह में व्यक्तिगत रूप से हिस्सा ले ऱहे हैं.
प्रधानमंत्री शाम करीब 5:45 बजे प्रतीकात्मक भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक करेंगे. लगभग 6:30 बजे सरयू नदी के नया घाट पर आरती देखेंगे, जिसके बाद पीएम मोदी भव्य दीपोत्सव समारोह की शुरुआत करेंगे.
इस अवसर पर 17 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे.दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और ग्यारह रामलीला झांकियां भी लगाई जाएंगी.प्रधानमंत्री ग्रैंड म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखेंगे.
दीपोत्सव के लिए राम की पैड़ी व सरयू नदी के 37 घाटों पर करीब 17 लाख दीए बिछाए जाने का काम शुरू हो चुका है और लगभग 80 प्रतिशत ये काम पूरा भी हो गया है. शासन द्वारा निर्धारित 15 लाख से ज्यादा दीप जलाए जाने का टारगेट था लेकिन कमेटी ने 17 लाख दिए जलाने का टारगेट लिया है क्योंकि कुछ दिए बुझ भी जाते हैं. प्रत्येक दीपों में 40 मि.ली. सरसों का तेल भरा जाएगा.
दीपोत्सव अयोध्या के नोडल प्रो. अजय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा रामलला के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ ही दीपोत्सव समारोह का विधिवत शुभारंभ हो जाएगा. प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पहुंचते ही दीपों को प्रज्जवलित कर दिया जाएगा.
दीपोत्सव 2021 मे भी अयोध्या में रिकॉर्ड दिए जलाए गए थे.टारगेट 9 लाख का था लेकिन 11 लाख दीये जलाए गए थे.पिछले साल के अयोध्या दीपोत्सव का रिकॉर्ड उज्जैन दीपोत्सव ने तोड़ दिया था इसलिए इस बार प्रशासन ने 15 लाख का टारगेट लिया है ताकि अयोध्या रिकॉर्ड बनाकर अपना नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करा सके.