दिल्ली : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर ( Shriram Temple)निर्माण के अंतिम चरण में हैं. जल्द ही मंदिर का पूरा कर लिया जायेगा . लेकिन मंदिर के निर्माण का काम पूरा होने से पहले यहां एक भव्य आयोजन की तैयारी है.
![ayodhya jalabhishek vijay jouli](https://www.thebharatnow.in/wp-content/uploads/2023/04/vj-yodhya1-300x225.jpeg)
रामनवमी की मंगलकामनाएं। देशवासियों पर भगवान श्रीराम की असीम अनुकंपा सदा बनी रहे। जय श्रीराम! pic.twitter.com/4VkY34rZK6
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) March 30, 2023
23 अप्रैल को मंदिर का जलाभिषेक
श्रीराम के मंदिर में जलाभिषेक की तैयारी है. दुनिया भर के 155 देशों की नदियों और समुद्र के जल से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में अभिषेक किया जाएगा. इसके लिए बाकायदा एक भव्य आयोजन की तैयारी चल रही है. आयोजन को भव्य और यादगार बनाने के लिए यहां देश विदेश से प्रतिनिधि बुलाये जायेंगे. उनकी उपस्थिति में जलाभिषेक का कार्यक्रम होगा.
राम-राम जय राजा राम,
राम-राम जय सीताराम। pic.twitter.com/GBct6qwQYv— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) March 18, 2023
विश्व के 155 देशों से जल लेकर आना इतना आसान नहीं रहा. दिल्ली की एक गैर सरकारी संस्था दिल्ली स्टडी ग्रुप ने सन् 2020 में जल इकट्ठा करने की मुहिम की शुरुआत की थी. यहां यह बात जानना भी महत्वपूर्ण है कि इस संस्था के अध्यक्ष दिल्ली के पूर्व भाजपा विधायक विजय जौली है .
![SHRIRAM TEMPLE AYODHYA](https://www.thebharatnow.in/wp-content/uploads/2023/04/SHRIRAM-MANDIR-NEW-300x212.jpg)
दिल्ली से पूर्व भाजपा विधायक विजय जौली ने अपने इस मुहिम के बारे मे बताया कि “स्वर्गीय अशोक सिंघल जी और स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से प्रेरणा लेकर मैंने व्रत 2020 अगस्त में इस बात का प्रण किया था कि विश्व भर के नदियों और समुद्रों का जल हम भारत में एकत्रित करेंगे और उस जल से प्रभु श्री राम के राम मंदिर का जलाभिषेक संपन्न करेंगे”
श्रीराम का जिस जल से अभिषेक होगा उसमें पाकिस्तान की राबी नदी से लेकर दुनिया भर में बहने वाली नदियों में बहने वाले जल को इकट्ठा किया गया है. यहाँ तक कि युद्धग्रस्त देश रूस और यूक्रेन की नदियों के जल को भी एकत्रित किया गया है . जल इकट्ठा करने की दौरान पाकिस्तान के साथ हुए अनुभव का जिक्र करते हुए पूर्व भाजपा विधायक विजय जौली ने बताया कि जल इकट्ठा करन के लिए ळअग अलग देशों के लोगों से मिला. त्रिनिदाद एंड टोबैगो, सूरीनाम ,मॉरीशस ,फिजी आयरलैंड , चाइना यूक्रेन और रशिया के लोगों से मिला और सभी जगह से आसान से जल मिल गया लेकिन जहां से मुझे आशा थी कि मुझे सहजता से जल मिल जायेगा वहीं मायूसी हुई. उम्मीद थी कि पाकिस्तान से जल बड़ी सहजता से मिल मिलेगा जब मैंने पाकिस्तान में अपने मित्रों से बात की तो उन्होंने हिंदुओं के उत्पीड़न की बात उठाई. उन्होंने जल को भेजने में असमर्थता दर्शाई . लेकिन मैंने उनको कहा कि मैं पाकिस्तान के उन हिंदू मित्रों भाइयों को प्रणाम करता हूं जिन्होंने सार्थकता,सजगता से सक्रियता से उस जल को पाकिस्तान के राबी नदी के जल को पाकिस्तान से पैक करके दुबई भेजा और दुबई से मैंने उसको भारत में मंगवाने में सफलता हासिल की .
अब जब दुनिया भर के 155 देशों से इतनी मेहनत और शिद्दत से भगवान श्रीराम के जलाभिषेक के लिए जल एकत्रित किया गया है. तो इसके लिए आयोजन भी ऐसा हो जो यादगार रहे. इसलिए मौके को बीजेपी और मंदिर प्रशासन यादगार बनाने के लिए भव्य आयोजन की तैयारी कर रहा है. 23 अप्रैल को अयोध्या में बड़ा आयाजोन किया जायेगा, जिसमें देश और विदेशों से भी राजनयिकों, धार्मिक और आध्यात्मिक गुरुओं के साथ गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित का जायेगा.