सारण : बिहार में जन जागरण अभियान लेकर चल रहे प्रशांत किशोर की जनसुराज यात्रा जारी है. प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) लगातार जनता के बीच सरकार को चुनने को लेकर सोच समझकर वोट डालने की बात करते हैं.
राजा बन कर वोट डालें, नेता आपके पास एड़ी रगड़ेंगे
प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा आज कल सारण क्षेत्र में है. यहां लोगों को उनके एक वोट का महत्व समझाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब आप वोट देने जाते हैं तो कम से कम उस दिन अपने आप को राजा समझिये. वोट देने के दिन राजा बनकर वोट दीजिए. अगर आपने ऐसा किया तो नेता 5 साल आपके घर के आगे गिड़गिड़ाएगा,नहीं तो ऐसे ही आपको नेताओं के आगे गिड़गिड़ाना पड़ेगा.
जनसुराज यात्रा मे बोले प्रशांत किशोर. वोट देने के समय राजा बन कर सोचिये तो पूरे पांच साल नेता आपके दरवाजे पर एडी रगड़ेंगे@PrashantKishor #BiharHaiTaiyar pic.twitter.com/Oc3REjEZJm
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) March 16, 2023
राजनेता ऐसा हो जो जनता का हित सोचे
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) लगतार अपने भाषणों में जनता के बीच उनके अधिकार और वर्तमान शासन और इससे पहले के शासकों के द्वारा स्थापित मानदंडों की चर्चा करते हैं , और बार बार लगातार एक ही बात पर जोर दे रेह हैं कि अब के समय में देश को जाति धर्म की नहीं सही सोच वाले राजनेता की जरुरत है, जो जनता के बारे में सोचे और उनकी तरक्की के लिए काम करे.
प्रशांत किशोर ने पकड़ी कमजोर नस
प्रशांत किशोर लगातार प्रदेश के गरीब गुड़बा लोगों के कमजोर नस को पकड़ रहे हैं और उसी के जरिये अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में लगे हैं.
पदयात्रा के दौरान सारण में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां बैठे जीतने भी लोग हैं उनमें ऐसा कोई नहीं है, जिसके परिवार का कोई सदस्य बिहार से बाहर मजदूरी न कर रहा हो. जब लोगों से पूछो कि आप वोट क्यों करते हैं, तो उनके पास एक ही जवाब होता है कि गाँव के सब लोगों ने वोट दिया तो मैंने भी दे दिया। यदि ऐसे ही वोट देते रहें, तो आप अपनी हालत देखिए, आपके घर के जवान बच्चें, आपके पति, पिता, किसी के चाचा शहर में एक छोटे कमरे में 4-5 लोग एक साथ रहते हैं. 12-14 घंटे जाकर मजदूरी करते हैं, ओवर टाइम करते हैं और अपना पेट काट कर 6-7 हजार रुपये भेजते हैं अपने बच्चों के लिए.
प्रशांत किशोर लगातार अपने भाषणों में ये कह रहे हैं कि अगर जनता को बदहाली से मुक्ति चाहिये तो उन्हें जाति धर्म से उपर उठकर नई सरकार के बारे में सोचना चाहिये.
उन्होंने कहा वोट देने के दिन राजा बनकर रहेंगे तो 5 साल नेता आपके घर के आगे गिड़गिड़ाएगा और अगर वोट देने के दिन आपने गलती कर दी तो 5 साल तक भिखारी बनकर बैठना पड़ेगा। अगर आप को ये बात समझ आती है तो बहुत अच्छा है नहीं तो बिहार की ये दुर्दशा बनी रहेगी।