पटना
अभिषेक झा
शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब ने कहर बरपा दिया है. छपरा के इसुआपुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की संख्या बढ़कर सात पहुंच गई है. चार लोगों की मौत गांव में ही हो गई है.
जिन लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है उनकी पहचान कर ली गई है.इनके नाम है..
1. संजय कुमार सिंह, वकील सिंह, डोयला
2. हरेंद्र राम, गणेश राम, मशरक तख्त
3. भरत साह, गोपाल साह, शास्त्री टोला , मशरक
5. मोहम्मद नसीर, शमशुद्दीन मिया, तख्त
6. विचेन्द्र राय, नरसिंग राय, डोयला
7. रामजी साह, गोपाल साह, शास्त्री टोला, मशरक
8. अजय गिरी, सूरज गिरी, बहरौली, मशरक
9. मनोज कुमार, लालबहादुर राम, दुरगौली, मशरक
10. भरत राम, मोहर राम, मशरक तख्त
11.कुणाल सिंह, जद्दु सिंह, यदु मोड़ , मशरक
12. जयदेव सिंह, विन्दा सिंह, बेन छपरा, छपरा
13. अमित रंजन सिन्हा, दिवेन्द्र सिन्हा, डोयला, इसुआपुर
14. गोविंदा राय, घिनावन राय, पचखण्डा, मशरक
15. रमेश राम, कन्हैया राम, बेन छपरा, मशरक
16. ललन राम, स्व करीमन राम, शियरभुक्का, मशरख
17. प्रेमचंद, मुन्नीलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर
18. दिनेश ठाकुर, अशरफी ठाकुर, महुली, इसुआपुर
19. चंद्रमा राम, हेमराज राम, मशरक
20. विक्की महतो, सुरेश महतो, मढ़ौरा
स्थानीय लोगों के मुताबिक कई लोग कार्रवाई के डर से चोरी छुपे इलाज करा रहे हैं. घटना के बारे में हलांकि अभी डॉक्टरों ने खुल कर कुछ भी नहीं कहा है लेकिन डॉक्टर ये मान रहे हैं कि जिन लोगों की मौत हुई है उन्होंने कोई लिक्विड पीया था. मौत के कारणों की डिटेल रिपोर्ट पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आयेगी.
जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों ने साफ तौर पर कह है कि शराब पीने के बाद ही बेचैनी, आंखो से रौशनी जाने के लक्षण सामने आये. कुछ ने तो अस्पताल पहुंचने पर और कुछ लोगों ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ तोड़ दिया.
इन मौतों ने एक बार फिर से सरकार के शराब बंदी को लेकर की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाया है.
आखिर सरकारी सतर्कता और कड़ाई के बावजूद जहरीली शराब का व्यापार कैसे चल रहा है?
अवैध कारोबारियों पर क्या पुलिस प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है?
क्या कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बार बार सार्वजनिक मंचों से अपील के बावजूद पुलिस और प्रशासन शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगने में विफल हैं?
छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई सात, परिजनों का आरोप है कि स्थानीय स्तर पर आसानी से मिल रही देशी शराब pic.twitter.com/NAsi4l4yQg
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) December 14, 2022