गया: (रिपोर्टर प्रिंस राज) GAYA के विष्णुपद मंदिर क्षेत्र में भारत के पूर्व वित्तमंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली Arun Jaitley का परिवार पिंडदान करने के लिए बिहार के गया पहुंचा. पिंडदान करने के लिए स्वर्गीय अरुण जेटली Arun Jaitley की धर्म पत्नी संगीता जेटली और उनके बेटे रोहन जेटली गया पहुंचे. विष्णुपद मंदिर में दर्शन के बाद परिवार ने पिंडदान किया. उनके पुत्र रोहन जेटली अपने पिता तथा अपने पूर्वजों के मोक्ष की प्राप्ति के लिए पिंडदान किया. पिंडदान करने के बाद विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में भगवान विष्णु के चरण के दर्शन किए.
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Gaya Arun Jaitley में पिंडदान के लिए पहुंचा पूरा परिवार
वही विष्णुपद प्रबंधक कार्यकारणी के सदस्य मणि लाल पाठक ने बताया की पूर्व वित्तमंत्री स्वर्गीय अरुण जेटलीजी का परिवार पिंडदान करने के लिए आया हुआ है. परिवार में उनके साथ उनके बहनोई भी आये हैं. सभी ने मिलकर अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा अर्चना की और श्राद्ध संबंधित सभी कर्मकांड किये. सभी ने भगवान विष्णु के चरण में बैठ कर विधिवत पिंडदान किया. यहां से पिंडदान करने के बाद सभी लोग गया के अक्षयवट में पिंडदान करने गये और . पूरी प्रक्रिया पूरे विधि विधान के साथ किये गये.
पांच साल पहले अरुण जेटलीजी का हुआ था निधन
आपको पता दें कि पूर्व वित्तमंत्री रहे अरुण जेटलीजी का निधन 24 झआ से पासं साल पहले 24 अगस्त 2019 को हो गया था. वो किडनी की बीमारी से ग्रसित थे औऱ लंबे बीमारी के बाद उनकी मौत हो गई थी.
गया में पिंडदान का है पौराणिक महत्व
गया मे पिंड दान का बड़ा महत्व है .पौराणिक मान्यता है कि गया में पिंड दान करने से पितरों को दुनियावी बंधनों से मुक्ति मिल जाती है.गया में श्राद्ध कर्म कर दिये जाने के बाद व्यक्ति मातृ-पितृ ऋण से मुक्त हो जाता है. गया में पिंडदान करने के महत्व का पता इस बात से चलता है कि भागवान श्री राम ने भी फाल्गु नदी के तट पर आकर ही अपने माता पिता की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए श्राद्ध कर्म और पिंडदान किया था.