कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Khera) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम को गौतम अडानी के नाम से जोड़ के बोलने पर ट्रोल होने के बाद अपनी सफाई दी है. कांग्रेस प्रवक्ता ने ट्विटर पर एक ट्वीट लिख स्पष्ट किया कि वह पीएम के मध्य नाम के बारे में “वास्तव में भ्रमित” थे. हलांकि पवन खेड़ा (Pawan Khera) के इस बयान को लोग प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा में राहुल गांधी के सरनेम को लेकर दिए गए बयान का जवाब भी नाम रहे हैं.
पवन खेडा ने प्रधानमंत्री को क्या कहा था
17 फरवरी को अडानी-हिंडनबर्ग विवाद पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए खेड़ा (Pawan Khera) ने कहा था कि अगर अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र ‘गौतम दास’ मोदी को क्या दिक्कत है? हालांकि बयान देने के बाद खेड़ा (Pawan Khera) ने अपने आसपास मौजूद लोगों से पूछा कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री का मध्य नाम सही निकाला है.
I genuinely got confused whether it is Damodardas or Gautam Das…. https://t.co/ugLYnLiAYw
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) February 17, 2023
“नरेंद्र गौतम दास मोदी को क्या समस्या है?” बाद में उन्होंने पूछा, “क्या यह गौतम दास या दामोदर दास हैं?”. खेड़ा (Pawan Khera) तब हंसते हैं और यह कहते हुए ताना मारते हैं कि भले ही नाम दामोदर दास है, उनके कार्य गौतम दास के समान हैं.
राहुल गांधी जी जब से कांग्रेस के नेता बने, तब से कांग्रेस नेताओं का स्तर नीचे जा रहा-अमित शाह
पवन खेड़ा के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागालैंड में कहा कि, “कांग्रेस के प्रवक्ता ने मोदी जी के लिए जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग किया है, वह बात कांग्रेस के प्रवक्ता की नहीं बल्कि वह कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के स्वभाव के अनुकूल है और उनके द्वारा देश की जनता के सामने की जा रही है.”
अमित शाह ने आगे कहा कि, “राहुल गांधी जी जब से कांग्रेस के नेता बने, तब से कांग्रेस नेताओं का स्तर नीचे जा रहा. जिस PM ने देश के 80 करोड़ लोगों की ज़िंदगी में खुशी लाए, देश की सुरक्षा दृढ़ की उन के लिए जिस भाषा का प्रयोग हो रहा,मैं उसकी घोर निंदा करता”
गृह मंत्री ने कहा कि, “2019 में भी मोदी जी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया था, नतीज़ा आपने देखा कि कांग्रेस का विपक्ष का दर्जा भी जाता रहा. जिस प्रकार की भाषा आज इस्तेमाल हुई और जैसी प्रतिक्रिया आ रही,आप 2024 का नतीजा देखिएगा, कांग्रेस पार्टी दूरबीन लेकर भी ढूंढने से नहीं मिलेगी.”