Paris Olympics: भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने Paris Olympic 2024 में 50 किलो ग्राम महिला फ्री स्टाइल वर्ग में सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है. विनेश फोगाट ओलंपिक के किसी कुश्ती प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाने वाली स्वतंत्र भारत की पहली महिला बन गई हैं. विनेश फोगाट ने सेमिफाइनल जीत कर अपने लिए एक मेडल पक्का कर लिया है. लेकिन विनेश की जीत और उनके हाथ में तिरंगा कई दूसरी तस्वीरों को भी ताजा कर गया जब दिल्ली की सड़कों पर वो घसीटी गई थी. जब वो हरिद्वार अपना मेडल विसर्जित करने चली गई थी. वो सोशल मीडिया कैंपेन भी याद आ गया जिसमें उनके चरित्र से लेकर काबिलीयत तक पर सवाल उठा दिए गए थे.
विनेश फोगट की जीत बृज भूषण सिंह पर एक “बड़ा तमाचा” है-महावीर फोगाट
विनेश की जीत उनके पिता के लिए कितनी खास होगी जिन्होंने पिछले दो साल उनकी आंखों में आंसू और इंसाफ की लड़ाई में मिली जिल्लत की तड़प देखी होगी. शायद ये ही वजह थी कि विनेश की जीत पर उनके पिता महावीर फोगाट ने कहा, ” विनेश फोगट की जीत भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और पूर्व सांसद बृज भूषण सिंह पर एक “बड़ा तमाचा” है. ”
दुनिया जीतने वाली है मगर इस देश में सिस्टम से हार गई थी-बजरंग पुनिया
विनेश के संघर्ष के साथी बजरंग पुनिया तो अपनी भावनाओं पर काबू ही नहीं रख पाए. उन्होंने एक्स पर कई पोस्ट किए, उन्होंने लिखा, “विनेश ने इतिहास रच दिया है. विनेश महिला कुश्ती में ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं. आज सब भारतीयों की आंखों में आसूं हैं. ये देश की बेटियां हैं, जिन्होंने हमेशा ही देश की शान बढ़ाई है. जिन लोगों ने हमेशा इन बेटियों की राह में कांटे बिछाए हैं, वे कम से कम इन बेटियों से सबक लेंगे और आगे इन बेटियों के राह में कांटे बिछाने से बाज आएंगे. “
उन्होंने सेमिफाइनल मैच से पहले भी एक पोस्ट की थी जिसमें लिखा था. “विनेश फोगाट भारत की वो शेरनी जिसने आज बैक टू बैक मैच में 4 बार की World Champion और मौजूदा ओलंपिक चैंपियन को हराया उसके बाद क्वार्टरफाइनल में पूर्व World Champion को हराया मगर एक बात बताऊं, ये लड़की अपने देश में लातों से कुचली गई थी ये लड़की अपने देश में सड़कों पर घसीटी गई थी ये लड़की दुनिया जीतने वाली है मगर इस देश में सिस्टम से हार गई थी “
बृजभूषण के खिलाफ लड़ाई में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली साक्षी मलिक ने कहा, “मेरे लिए बहुत भावुक क्षण.. विनेश फाइनल में कल गोल्ड मेडल मैच. आज कई वर्षों की तपस्या के बाद विनेश फोगाट का सपना साकार हुआ है और अपने सपने के साथ-साथ विनेश ने मेरा और करोड़ों देशवासियों का अधूरा सपना भी पूरा किया है. पदक पक्का हो गया है. यह जीत और बधाई उन लोगों के लिए है जो हमारे संघर्ष में हमारे साथ डट कर खड़े रहे.. सभी को बहुत बहुत बधाई विनेश को बहुत बहुत बधाई.”
भारत की बहादुर बेटी के सामने सत्ता का वो पूरा तंत्र धराशाई पड़ा था-राहुल गांधी
विनेश की जीत पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी बधाई दी. राहुल ने लिखा, “एक ही दिन में दुनिया की तीन धुरंधर पहलवानों को हराने के बाद आज विनेश के साथ-साथ पूरा देश भावुक है. जिन्होंने भी विनेश और उसके साथियों के संघर्ष को झुठलाया, उनकी नीयत और काबिलियत तक पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए, उन सभी को जवाब मिल चुका है. आज भारत की बहादुर बेटी के सामने सत्ता का वो पूरा तंत्र धराशाई पड़ा था जिसने उसे खून के आंसू रुलाए थे. चैम्पियंस की यही पहचान है, वो अपना जवाब मैदान से देते हैं. बहुत शुभकामनाएं विनेश. पेरिस में आपकी सफलता की गूंज, दिल्ली तक साफ सुनाई दे रही है.“
विपरीत परिस्थितियों में साहस बनाए रखने की कहावत को चरितार्थ कर दिया-जयंत चौधरी
वैसे विपक्ष ही नहीं पक्ष की ओर से भी विनेश को बधाई मिली. कई बीजेपी नेताओं ने भी उन्हें बधाई दी लेकिन हां उनकी शान में न कसीदें पड़े गए न उसे सरकार से जोड़ा गया बस बधाई दे दी गई.
हलांकि विनेश के संघर्ष में साथ देने वाले और अब एनडीए के साथी जयंत चौधरी ने ज़रुर उस संघर्ष को याद किया उन्होंने लिखा, “उसने (विनेश फोगाट) विपरीत परिस्थितियों में साहस बनाए रखने की कहावत को आज चरितार्थ कर दिखाया हैं. ओलंपियन चैंपियन और अब भारत के लिए ओलंपिक पदक विजेता! शुभकामनाएं विनेश फोगाट!”
हलांकि विनेश फोगाट की जीत के समय साक्षी मलिक को भी याद किया जाना चाहिए. एक रजत पदक विजेता जिसने राजनीति के भँवर में फंसकर अपना करियर ही खत्म कर लिया. वो खिलाड़ी जो देश के लिए सम्मान लाई लेकिन इंसाफ की लड़ाई में अपने खेल ही हार गई. विनेश की जीत के साथ ये कसक ज़रुर महसूस की जानी चाहिए की एक मेडल जो साक्षी ला सकती थी वो सिर्फ इसलिए नहीं आया की एक राजनेता पर लगे आरोपों के लिए उसे इंसाफ के कटघरे में खड़ा करना मुश्किल हो गया था.