तरनतारन विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम 6 बजे बंद हो गया। अब उम्मीदवार और समर्थक डोर टू डोर जाकर प्रचार करेंगे।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपनी जीत पक्की करने के लिए सभी उम्मीदवारों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। सभी दलों की तरफ से रैली, रोड शो और जनसभाओं का आयोजन किया गया।
उपचुनाव के लिए कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रमुख मुकाबला शिरोमणि अकाली दल की सुखविंदर कौर, भारतीय जनता पार्टी से हरजीत सिंह संधू, आम आदमी पार्टी से हरमीत सिंह संधू और कांग्रेस के करणबीर सिंह के बीच है। चुनाव आयोग ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इस जिले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए जिला चुनाव मशीनरी के माध्यम से पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए हैं। विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 12 कंपनियां तैनात की गई हैं जो किसी भी उपचुनाव में चुनाव आयोग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी तैनाती में से एक है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि कुल 222 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों के जवान तैनात रहेंगे। सभी संवेदनशील मतदान केंद्र स्थलों की निगरानी के लिए 46 माइक्रो ऑब्जर्वर भी नियुक्त किए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और वेबकास्टिंग की व्यवस्था है। इनकी निगरानी रिटर्निंग अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के स्तर पर चुनाव आयोग की देखरेख में की जाएगी। उन्होंने तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदाताओं से अपील की कि वे मंगलवार सुबह 7 से शाम 6 बजे तक निडर होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
विधानसभा हलके में मतदाताओं की संख्या 1,92,838 है। इसमें 1,00,933 पुरुष, 91,897 महिला मतदाता और 8 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा सर्विस वोटरों की कुल संख्या 1,357 है। 85 वर्ष से अधिक आयु के कुल मतदाताओं की संख्या 1,657 है। वहीं 306 एनआरआई मतदाता भी शामिल हैं।
इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ नर्सिंग में बनाया स्ट्रांग रूम
इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ नर्सिंग पिद्दी में ईवीएम के लिए एक स्ट्रांग रूम बनाया गया है और सभी पोलिंग पार्टियों को सोमवार 10 नवंबर दोपहर यहीं से रवाना किया जाएगा। मतदान के बाद सभी ईवीएम को इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ नर्सिंग पिद्दी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखा जाएगा और 14 नवंबर को यहीं मतगणना की जाएगी। जिला चुनाव अधिकारी-सह-उपायुक्त तरनतारन राहुल चुनाव को लेकर रविवार को बैठक भी की। उन्होंने कहा कि 10 और 11 नवंबर को कोई भी चुनावी विज्ञापन देने से पहले जिला स्तर पर गठित मीडिया प्रमाणन एवं प्रमाणीकरण समिति (एमसीएमसी) से पूर्व प्रमाणीकरण अवश्य करवा ली जानी चाहिए। 11 नवंबर को मतदान प्रक्रिया समाप्त होने से पहले किसी भी प्रकार के ओपिनियन पोल, सर्वेक्षण आदि पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
कल स्कूल-कॉलेज, दुकानें सब बंद
तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के सभी सरकारी, गैर-सरकारी कार्यालयों, बैंकों, औद्योगिक इकाइयों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, कारखानों और दुकानों में 11 नवंबर को अवकाश घोषित किया गया है। जिला उपायुक्त राहुल ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जारी आदेशों के तहत यह अवकाश घोषित किया है। खास बात यह है कि इस अवकाश से वेतन न काटने के भी आदेश दिए गए हैं। जिला मजिस्ट्रेट राहुल ने बताया कि इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के सभी पात्र मतदाता बिना किसी बाधा के अपने मताधिकार का पूर्णतः प्रयोग कर सकें। उन्होंने बताया कि यह अवकाश केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए ही नहीं, बल्कि उद्योगों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और निजी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों पर भी लागू होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस अवकाश के कारण वेतन में कोई कटौती नहीं होगी। इसके अलावा, वे कर्मचारी जो अलग-अलग शिफ्टों में काम करते हैं या जिले से बाहर कार्यरत हैं, लेकिन उनका नाम तरनतारन निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज है, वे भी इस अवकाश का लाभ उठा सकेंगे। जिला प्रशासन ने सभी से 11 नवंबर को मतदान करके लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की है।

