अमृतसर। खालिस्तानी आतंकी और प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) का सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू एक बार फिर अपने भड़काऊ बयानों और गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में है। पन्नू ने एक नया वीडियो जारी कर अमृतसर में खालसा कॉलेज बस स्टैंड, कचहरी परिसर और एक मंदिर के बाहर 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लिखवाने का दावा किया है। वीडियो में पन्नू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को खुली धमकी दी है। उसने लैंड पूलिंग नीति का विरोध करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को "बेअंत सिंह की याद" करनी चाहिए। पन्नू ने यह भी चेतावनी दी कि पिछली बार मान फरीदकोट में बुलेटप्रूफ ग्लास के पीछे छिप गए थे, लेकिन इस बार वे "बच नहीं पाएंगे।"
इतना ही नहीं, पन्नू ने 15 अगस्त को खालिस्तान का झंडा फहराने का आह्वान किया और दावा किया कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है। वीडियो में सिखों के साथ "अत्याचार" किए जाने का आरोप भी लगाया गया है। इस बयान के बाद पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर आ गई हैं। जिन इलाकों में दीवारों पर नारे लिखे गए हैं, वहां की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस इन घटनाओं को लेकर गंभीरता से जांच कर रही है। गौरतलब है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत सरकार पहले ही आतंकी घोषित कर चुकी है। उसके खिलाफ देशद्रोह और उकसावे के कई मामले दर्ज हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया और वीडियो संदेशों के जरिए भारत विरोधी गतिविधियों को हवा देता है। पृष्ठभूमि में बढ़ते खालिस्तानी खतरे और 15 अगस्त से पहले की गई धमकियों ने पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं और अधिक बढ़ा दी हैं।