अमृतसर (पंजाब)। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने श्री आनंदपुर साहिब में तख्त श्री केशगढ़ साहिब और गुरुद्वारा श्री सीसगंज साहिब में माथा टेका। इस दौरान उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार और तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज से उनके निवास कार्यालय में विशेष मुलाकात की।
इस अवसर पर जत्थेदार और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य भाई अमरजीत सिंह चावला ने राज्यपाल कटारिया को सिरोपा, लोई और तख्त श्री केशगढ़ साहिब की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया।बैठक में राज्यपाल और जत्थेदार के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ, जिनमें श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी प्रकाश पर्व की शताब्दी, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और अन्य धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के खिलाफ सख्त कानून, चमकौर साहिब और मत्तेवाड़ा जंगल के पास कागज फैक्ट्री के आसपास रहने वाले गरीब परिवारों का विस्थापन, पंजाब में पुलिस मुठभेड़ और धर्म परिवर्तन जैसे विषय शामिल थे।
जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने बताया कि राज्यपाल के साथ बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी पर्व पूरे देश और विश्व में भव्य तरीके से मनाया जाना चाहिए, जिसमें उनके मानवाधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता के सिद्धांतों को उजागर किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि यह आयोजन पंजाब और केंद्र सरकार द्वारा SGPC के सहयोग और सलाह से किया जाना चाहिए, क्योंकि SGPC सिखों की केंद्रीय धार्मिक संस्था है और गुरमत समारोहों में सिख परंपराओं का बेहतर प्रतिनिधित्व करती है।
जत्थेदार ने चमकौर साहिब के निकट प्रस्तावित कागज फैक्ट्री का मुद्दा भी उठाया, जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं, क्योंकि यह साहिबजादों के शहीदी स्थल के पास प्रदूषण का कारण बन सकता है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके अलावा, मत्तेवाड़ा जंगल के पास रहने वाले गरीब परिवारों के विस्थापन का मुद्दा भी उठाया गया, जिसे उन्होंने मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया।श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के खिलाफ सख्त कानून की मांग करते हुए जत्थेदार ने कहा कि सिख समुदाय गुरु ग्रंथ साहिब जी को जगत ज्योत गुरु मानता है और सभी धार्मिक ग्रंथों का सम्मान करता है।
उन्होंने बेअदबी के मामलों में सख्त सजा के प्रावधान और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, पंजाब में हाल की पुलिस मुठभेड़ों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि न्याय अदालतों के माध्यम से होना चाहिए, न कि मुठभेड़ों के जरिए। उन्होंने अबोहर और अमृतसर में हाल की हत्याओं का जिक्र करते हुए ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की जरूरत बताई।धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर जत्थेदार ने कहा कि लालच, भय और झूठे चमत्कारों के जरिए धर्म परिवर्तन कराना अनुचित है। उन्होंने बताया कि प्रेम और समझाइश के जरिए लोगों को अपनी मूल धार्मिक पहचान से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।इस अवसर पर तख्त श्री केशगढ़ साहिब के प्रबंधक गुरदीप सिंह कंग, अतिरिक्त प्रबंधक हरदेव सिंह, सूचना अधिकारी हरप्रीत सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।