Friday, September 20, 2024

‘Operation Bhediya’: बहराइच में आदमखोर भेड़ियों के झुंड का 5वां भेड़िया पकड़ा गया, अंतिम 1 भेडिए की तलाश जारी

‘Operation Bhediya’: वन विभाग ने उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर हो गए छह भेड़ियों के एक झुंड में से पांचवें भेड़िये को पकड़ लिया है. इन भेड़ियों ने कम से कम दस लोगों की शिकार किया और कई लोगों को घायल किया है. बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) अजीत प्रताप सिंह ने कहा, “पांचवा भेड़िया पकड़ा गया है…5 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है. एक भेड़िया बचा है और उसको भी हम जल्दी ही पकड़ लेंगे…”

भेड़िए काफी होशियार हो गए थे- मुख्य वन संरक्षक

मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने कहा, “अब तक पांच भेड़िए को पकड़ा जा चुका है… यह महत्वपूर्ण है क्योंकि कल हमें जानकारी मिली थी कि इसी भेड़िए ने एक बकरी को पकड़ा था. भेड़िए काफी होशियार हो गए थे जब भी हमारा ड्रोन इनके पास जाता था ये हरकत में आ जाते थे, इस बार हमने इनके पैरों के निशान के साथ इन्हें ट्रैक किया फिर इसे पकड़ा. एक और भेड़िया बचा है हम कोशिश कर रहे हैं कि उसे भी जल्द पकड़ा जाए. इसे किसी चिड़ियाघर में भेजा जाएगा.”

17 जुलाई से 2 सितंबर में हुई 9 बच्चों की मौत

पिछले कुछ महीनों में बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में भेड़ियों के हमले में नौ बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से सात मौतें 17 जुलाई से 2 सितंबर के बीच 47 दिनों की अवधि में हुई हैं.
हालांकि वन विभाग की टीम ने छह भेड़ियों में से पांच को पकड़ लिया है, लेकिन इलाके में हमले जारी हैं. सरकार ने इलाके में पीएसी और वन विभाग की टीमों के साथ भारी पुलिस बल तैनात किया है.

रैन बसेरों और पंचायत भवन में रह रहे है बुजूर्ग

निवासियों को असुरक्षित परिस्थितियों से बचाने के लिए पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालयों को रैन बसेरों में बदल दिया गया है. लगभग 35 प्रभावित गांवों को तीन सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक सेक्टर के लिए अलग-अलग टीमें नियुक्त की गई हैं.
बहराइच के जिला वन अधिकारी (डीएफओ) अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि भेड़िये को पकड़ने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है. भेड़िये की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए थर्मल ड्रोन तैनात किए जा रहे हैं, साथ ही पैरों के निशानों की पहचान करने और निवासियों से जानकारी जुटाने पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

बच्चों को निशाना बनाते थे भेड़िए

भेड़ियों का आखिरी हमला 3 सितंबर को गिरधरपुर में हुआ था, जिसमें 5 साल की अफसाना घायल हो गई थी. इससे पहले 2 सितंबर को नौवां गरेठी गांव में भेड़ियों के हमले में ढाई साल की अंजलि की मौत हो गई थी. वन अधिकारियों ने यह भी बताया कि इलाके में लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और रात में गश्त में कोई कमी नहीं आई है. अधिकारियों ने बताया कि संभाग स्तर पर स्थापित कमांड सेंटर चौबीसों घंटे सूचनाएं एकत्र करता है और सूचनाओं के अनुसार कार्रवाई की जा रही है.
सभी एहतियाती उपायों के साथ-साथ गश्ती दल अत्यधिक संवेदनशील प्रभावित गांवों के बाहरी इलाकों में पटाखे जला रहे थे ताकि भेड़ियों को आवासीय क्षेत्रों में प्रवेश करने से रोका जा सके.
छह भेड़ियों के झुंड में से चौथा और आखिरी भेड़िया 29 अगस्त को पकड़ा गया.

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