Haryana Rajya Sabha Bypolls: हरियाणा से राज्यसभा सीट के सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार किरण चौधरी का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है. क्योंकि आज राज्यसभा उपचुनाव के नामांकन के आखिरी दिन राज्य में किसी अन्य पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारा है.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक जब राज्यसभा उपचुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक को संपर्क किया गया तो साकेत कुमार ने कहा, “केवल एक व्यक्ति ने नामांकन दाखिल किया है.”
जेजेपी के कुछ बागी विधायकों ने किया किरण चौधरी का समर्थन
नामांकन किसी भी उम्मीदवार या उनके प्रस्तावक द्वारा बुधवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चंडीगढ़ के सेक्टर-1 स्थित हरियाणा विधानसभा सचिवालय में रिटर्निंग ऑफिसर या सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष प्रस्तुत किया जा सकता है. चौधरी ने हरियाणा से राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें जेजेपी के कुछ बागी विधायकों ने भी उनका समर्थन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली, पार्टी के कई विधायक और राज्य के लिए पार्टी के सह-प्रभारी बिप्लब कुमार देब मौजूद थे.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा के सांसद चुने जाने से खाली हुई सीट
कांग्रेस के मौजूदा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. उच्च सदन की इस सीट का कार्यकाल 9 अप्रैल, 2026 को समाप्त हो रहा है.
Haryana Rajya Sabha Bypolls: क्या है हरियाणा विधानसभा में पार्टियों की संख्या
3 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का बुधवार को आखिरी दिन था. नामांकन पत्रों की जांच गुरुवार को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अगस्त है. 90 सदस्यीय विधानसभा में जहां अब चार सीटें खाली हैं, सत्तारूढ़ भाजपा के पास 41 सीटें हैं, जबकि चौधरी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की संख्या घटकर 28 रह गई है. जेजेपी के 10 विधायक हैं और पांच निर्दलीय, एक इनेलो सदस्य और एक एचएलपी सदस्य हैं. भाजपा को निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत और एचएलपी विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है.
जेजेपी के सात विधायक पहले ही बगावत का झंडा बुलंद कर चुके हैं या पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं.