पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और उनके ही विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक K K Pathak के बीच की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. शिक्षा मंत्री और उनके अपर मुख्य सचिव K K Pathak के बीच के बीच खींचतान लंबे समय से चली आ रही है लेकिन शिक्षा मंत्री की चिट्ठी से अब वो सार्वजनिक हो गई है.
K K Pathak पर शिक्षा मंत्री का तंज
हाल ही में शिक्षा मंत्री ने अपने तमाम अधीनस्थ अधिकारियों और खास कर अपर मुख्य सचिव केके पाठक को निशाने पर लेते हुए एक पीत पत्र या आधिकारिक चिट्ठी लिखी थी. इस पत्र में बिना नाम लिये केके पाठक को निशाना बनाया गया था. K K Pathak पर पत्र में काम में लापरवाही, मीडिया वालों को खबर लीक करने से लेकर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप भी लगाए गए थे.
मंत्री के निजी सचिव के पर कतरे K K Pathak ने
सबको पता था कि मंत्री के इस चिट्ठी का जवाब केके पाठक जरूर देंगे. उन्होंने जवाब दिया और मंत्री की तरफ से चिट्ठी लिखने वाले निजी सचिव के पर कतर दिए. यानी केके पाठक से पंगा लेना शिक्षा मंत्री के निजी सचिव कृष्णा नंद यादव को महंगा पड़ गया. केके पाठक ने आधिकारिक चिट्ठी लिख कर मंत्री के सचिव को दफ्तर आने से रोक दिया. उनका ऑफिस में आना बैन कर दिया.
शिक्षा मंत्री की फजीहत
शिक्षा मंत्री की फजीहत यहीं नहीं रुकी. केके पाठक ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के निजी आप्त सचिव केएन यादव को लेकर एक और पत्र जारी किया. इस पत्र के मुताबिक मंत्री के निजी सचिव के एन यादव का कोई भी पत्र विभाग का कोई भी अधिकारी रिसीव नहीं करेंगे. इस संबंध में निदेशक माध्यमिक, प्राथमिक, मिड डे मील, बीईपी को निर्देश दिया गया है. एसीएस केके पाठक के आदेश पर निदेशक प्रशासन ने ये निर्देश जारी किया है. के एन यादव के विभाग में घुसने पर पहले ही रोक लग चुकी है.
सीएम नीतीश के खास हैं K K Pathak
कहा जा रहा है कि केके पाठक सीएम नीतीश कुमार के बेहद खास अधिकारी हैं. बिहार में शराबबंदी कानून की अवधारणा और उसे लागू करना केके पाठक की ही जिम्मेवारी थी. तेज तर्रार आईएएस केके पाठक पर सीएम नीतीश कुमार आंख मूंद कर भरोसा करते हैं. वैसे में केके पाठक का शिक्षा मंत्री की फजीहत करना नीतीश कुमार की चाल लग रही है. माना जा रहा है कि केके पाठक के हाथों शिक्षा मंत्री की किरकिरी कराई जा रही है जो उनको कंट्रोल में रखने का एक तरीका हो सकता है. अभी तक सीएम का इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहना कयासों को बल दे रहा है.