ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी रविवार को सऊदी अरब की यात्रा करेंगे, एटेमाडॉनलाइन समाचार वेबसाइट ने सोमवार को रिपोर्ट के मुताबिक मार्च में चीन की मध्यस्थता में हुए समझौते के बाद तेहरान और रियाद के बीच वर्षों की शत्रुता समाप्त हुई थी. जिसके बाद ये किसी भी ईरानी राष्ट्र प्रमुख की पहली साउदी यात्रा है.
ईरानी वेबसाइट ने बताया, “राष्ट्रपति रायसी रियाद में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां फिलिस्तीन के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी.”
सऊदी किंग ने भेजा था निमंत्रण
एक ईरानी अधिकारी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच सुलह समझौते के बाद ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी को सऊदी अरब के राजा सलमान से राज्य का दौरा करने का निमंत्रण मिला है.
ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक मामलों के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद जमशीदी कहा, “राष्ट्रपति रायसी को लिखे एक पत्र में…सऊदी अरब के राजा ने दोनों भाई देशों के बीच समझौते का स्वागत किया और उन्हें रियाद में आमंत्रित किया.” रविवार को आए इस संदेश के जवाब में “रायसी ने निमंत्रण का स्वागत किया”.
दोनों क्षेत्रीय दिग्गजों ने 10 मार्च को संबंध विच्छेद के सात साल बाद संबंधों को बहाल करने के लिए चीन की मध्यस्थता में एक समझौते की घोषणा की.
शिया मौलवी निम्र अल-निम्र की सऊदी फांसी के बाद बिगड़े थे रिश्ते
रियाद ने 2016 में शिया मौलवी निम्र अल-निम्र की सऊदी फांसी के बाद ईरानी प्रदर्शनकारियों द्वारा सऊदी राजनयिक मिशनों पर हुए हमला के चलते ईरान से अपने संबंधों में कटौती कर ली थी -वैसे ये हमला दो क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वियों के बीच लंबे समय से चले आ रहे टकराव की श्रृंखला में सिर्फ एक घटना थी.
इस समझौते से उम्मीद है कि शिया-बहुल ईरान और मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम सऊदी अरब दो महीने के भीतर अपने दूतावासों और मिशनों को फिर से खोल देंगे और 20 साल से अधिक पहले हस्ताक्षरित सुरक्षा और आर्थिक सहयोग समझौतों को लागू करेंगे.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि दोनों देश अपने शीर्ष राजनयिकों के बीच बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए हैं. उन्होंने बिना यह बताए कि कहां, कहा कि बातचीत के लिए तीन स्थानों का सुझाव दिया गया था.
दोनों देश जल्द खोलेंगे अपने दूतावास
अल जज़ीरा के मुताबिक अमीर-अब्दुल्लाहियन ने जोर देकर कहा कि “दोनों देश तेहरान और रियाद में दूतावासों का निरीक्षण करने के लिए तकनीकी टीमों का आदान-प्रदान कर रहे हैं और देख रहे हैं कि क्या वे दोनों मिशनों को वहां तैनात करने के लिए तैयार हैं”.
हाशेम ने कहा, “अमीर-अब्दुल्लाहियन के अनुसार, ईरानियों ने बैठक के लिए तीन स्थानों का सुझाव दिया. यह आदान-प्रदान इसबार स्विस दूतावास के माध्यम से हुआ, चीनियों के माध्यम से नहीं. जिसका मतलब ये है कि ईरानियों और सउदी के बीच अभी कई चैनल हैं, ”
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