ब्यूरो रिपोर्ट, पटना : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा Bharat Jodo Nyay Yatra इस वक्त असम में है. यह यात्रा 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी. 30 जनवरी को यात्रा पूर्णिया पहुंचेगी.जहां पर राहुल एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे.
![Bharat Jodo Nyay Yatra](https://thebharatnow.in/wp-content/uploads/2024/01/10_01_2024-bharat_jodo_nyay_yatra_23625938-1-300x169.webp)
Bharat Jodo Nyay Yatra में शामिल होंगे नीतीश कुमार
पूर्णिया की इस रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.किशनगंज के रास्ते राहुल गांधी की यात्रा 30 तारीख को पूर्णियां पहुंचेगी.यहां पर वह एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे. इसके बाद 31 जनवरी को कटिहार में रैली होगी.यह यात्रा 1 फरवरी को अररिया होते हुए, झारखंड में प्रवेश कर जाएगी.दो चरणों में होने वाली यह यात्रा बिहार के 7 जिलों से गुजरेगी और कल 425 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी.पहले चरण में किशनगंज पूर्णिया कटिहार और अररिया से गुजरेगी,जबकि दूसरे चरण में औरंगाबाद कैमूर और सासाराम से होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी.
राहुल गांधी ने पीएम पर साधा निशाना
इससे पहले राहुल गांधी को सोमवार को असम के नगांव जिले में शंकर देव सत्र की यात्रा करने और मोरी गांव जिले में एक सभा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई. इस पर कांग्रेस नेता ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तय करेंगे कि कौन मंदिर जाएगा और कौन कब जाएगा.उन्हें 15वीं सदी के समाज सुधारक श्रीमंत शंकर देव की जन्म स्थली,सत्र के लिए सुबह निकले.राहुल गांधी को हैबरगांव में रोका गया. जिसके बाद वह पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ धरने पर बैठ गए.गांधी ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा, यह अजीब तर्क है कि इलाके में कानून व्यवस्था की कुछ समस्या है. गौरव गोगोई तथा सभी लोग वहां जा सकते हैं लेकिन केवल राहुल गांधी नहीं जा सकते.वह शंकर देव के दर्शन में विश्वास रखते हैं. हम लोगों को एक साथ लाने में विश्वास करते हैं नफरत फैलाने में नहीं.
भाकपा और माकपा के नेताओं को भी किया आमंत्रित
प्रेम चंद मिश्रा ने बताया कि राहुल जी यात्रा के क्रम में आयोजित की गई रैलियों में भाग लेने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव सहित महागठबंधन के अन्य सहयोगी दलों को निमंत्रण भेजा गया है.भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और माकपा नेताओं को भी रैली में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. वह यात्रा को अपना समर्थन देने के लिए सहमत हो गए हैं.