नई दिल्ली : कहते है कि दोस्त दब दुश्मन बन जाते हैं तो आपके राज राज नहीं रह जाते.. ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनों बिहार की राजनीति में देखने के लिए मिल रहा है. बिहार सीएम नीतीश कुमार ने मोतिहारी में दीक्षांत समारोह के दौरान एक वक्तव्य जिसे लेकर बिहार का राजनीतिक महौल एक बार फिर से गर्म गया है.
बिहार में रोज खुल रहे हैं नये नये राज ….जेडीयू का बीजेपी से संबंध नहीं होता तो …#Bihar #BiharNews pic.twitter.com/cKTS3Dg711
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 21, 2023
Nitish Kumar के बयान से मचा बवाल
पिछले कुछ दिनों से कयास लगाये जा रहा हैं कि सीएम नीतीश कुमार की नजदीकियां बीजेपी के साथ बढ़ रही है. सीएम नीतीश एक बार फिर से पाला बदलकर बीजेपी के साथ हो सकते हैं.वहीं बिहार बीजेपी के नेता इसे कोरी अफवाह बताने में जुटे हैं, बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने साफ साफ कहा कि अब नीतीश कुमार के लिए बीजेपी में कोई जगह नहीं है. इससे पहले बिहार दौरा पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने भी जनसभा के दौरान कहा था कि अब बीजेपी में नीतीश कुमार के लिए कोई जगह नहीं है. अब नीतीश कुमार ने खुद ये एक बयान देकर आग को हवा दे दी है.
नीतीश कुमार ने सुशील मोदी के बयान पर कहा कि उनके बोलने से क्या होता है, वो कौन हैं ? हमारे तो बीजेपी से संबंध हैं औऱ आजीवन रहैंगे. नीतीश कुमार के बयान ने इस बयान ने तूल पकड़ लिया है औऱ सियासत शुरु हो गई है.
भवन निर्माण मंत्री की सफाई- कहा Nitish Kumar का दिल बड़ा है
नीतीश कुमार के करीबी और प्रदेश के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने सीएम के बयान पर सफाई देते हुए उन लोगों के नाम गिना दिये जिन्हें अच्छे संबंधों की वजह से सरकार बदलने के बावजूद बिहार सरकार ने सरकारी मकान में रहने दिया है. अशोक चौधरी ने कहा कि बीजेपी के बिहार के मुख्यमंत्री से सीखना चाहिये, रोज दो घंटे ज्ञान लेना चाहिये.
अशोक चौधरी ने गिनाये बीजेपी के 5 नेताओं के नाम
जेडीयू के वरिष्ठ नेता और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने जो बयान दिया है वो चौंकाने वाला है. अशोक चौधरी सीएम नीतीश के बयान पर कहा कि सीएम ने क्या गलत कहा है. बिहार में बीजेपी के जिन नेताओं को सरकार में रहते हुए सरकारी मकान दिया गया था, उनसे आज तक मकान खाली नहीं कराया गया है. अगर संबध नहीं होते तो क्या ये हो सकता था.
अशोक चौधरी ने कहा कि नंद किशोर यादव, शाहनवाज हुसैन,मंगल पांडेय, रामप्रीत पासवान, प्रेम कुमार जैसे बीजेपी के बड़े नेताओं से सरकार ने अब तक बंगले खाली नहीं कराये हैं. उन्होंने सीएम नीतीश से आग्रह किया कि उन्हें सरकारी मकान में रहने दिया जाये, तो सीएम ने घर नहीं खाली कराया. सीएम का दिल बड़ा है. विचारधारा अपनी जगह है, संबंध अपनी जगह. संबंध नहीं होता तो ये हो सकता था?
बीजेपी खत्म करना चाहती थी हमारा वजूद – अशोक चौधरी
अशोक चौधरी ने कहा कि बीजेपी उनकी पार्टी को समाप्त करने की कोशिश कर रही थी, इसलिए उन्होनों अपने रास्ते अलग कर लिये, लेकिन जिन लोगों के साथ कई वर्षों तक साथ काम किया, उनके साथ संबंध कैसे तोड़ सकते हैं. बीजेपी को नीतीश कुमार से रोज थोड़ा ज्ञान लेना चाहिये.
अशोक चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि अगर बीजेपी हमारे साथ संबंध नहीं चाहती है तो पांचो नेता स्वेच्छा से अपने अपने घर खाली कर दें.