पटना (अभिषेक झा-ब्यूरो चीफ): मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार Nitish Kumar Nitish Kumar ने MLC चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. 2005 में मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद से, नीतीश कुमार ने विधानसभा का चुनाव लड़ने के बजाए विधानमंडल के उच्च सदन के सदस्य के रूप में कार्य किया है.
जेडीयू 2 लोगों को भेज सकता है उच्च सदन
विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से अगर देखें तो जेडीयू 2 नेताओं को उच्च सदन भेज सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा पार्टी के मौजूदा एमएलसी खालिद अनवर ने भी अपना पर्चा दाखिल कर दिया है. जेडीयू के विधानसभा में 45 विधायक है. इस संख्या बल के आधार पर जेडीयू केवल दो एमएलसी सीटें सुरक्षित कर सकती है.
11 एमएलसी हो रहे है रिटायर
इस साल 6 मई को विभिन्न दलों के कुल 11 एमएलसी अपने छह साल का कार्यकाल पूरा कर रिटार्यर हो रहे हैं. इनमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमों लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी शामिल हैं. अन्य दलों ने अभी तक आगामी चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
सोमवार को चुनाव आयोग ने की थी अधिसूचना जारी
सोमवार 4 मार्च को चुनाव आयोग ने बिहार और उत्तर प्रदेश की विधान परिषदों के चुनावों के लिए अधिसूचना जारी की थी. जिसके मुताबिक नामांकन की अंतिम तिथि 11 मार्च है. अगर खाली सीटों से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में आते है तो मतदान होगा. जिसकी तारीख 21 मार्च निर्धारित की गई है इसी दिन वोटों की गिनती भी होगी.
केवल छह राज्यों में है विधान परिषद
आपको बता दें देश के केवल छह राज्यों विधान परिषद यानी उच्च सदन है. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार में दो सदन वाली विधायिकाएं हैं, जिनमें विधान सभाएं और परिषदें दोनों शामिल हैं.
ये भी पढ़ें-Modi Ka Parivar: “मैं भी चौकीदार” के बाद बीजेपी का नया हैशटैग, लालू यादव…