ब्यूरो रिपोर्ट, पटना : इंडिया गठबंधन से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है.बुधवार को होने वाली वर्चुअल बैठक में नीतीश कुमार Nitish Kumar को गठबंधन का कन्वेनर बनाया जा सकता है.दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद में सीएम नीतीश ने कांग्रेस से नाराजगी जताई थी. कांग्रेस पर नीतीश कुमार ने हमला बोला था.नीतीश के एक्शन से कांग्रेस में खलबली मच गई थी.बिहार के सीएम नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के संयोजक बन सकते हैं.

Nitish Kumar को खुश करने के लिए उठाया ये कदम
जेडीयू, कांग्रेस, आरजेडी और बिहार की लेफ्ट पार्टियों के हिसाब से संकेत मिले हैं कि नीतीश कुमार को खुश रखने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही है. इसके अलावा इंडिया गठबंधन बिहार के नेताओं में इस बात को लेकर भी चर्चा तेज है कि मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया गठबंधन का अध्यक्ष या चेयरपर्सन बनाया जा सकता है.
नीतीश कुमार के संयोजक बनने के ये हैं कारण
नीतीश कुमार को इंडिया का संयोजक बनाने के कई कारण हो सकते हैं. पहला कारण ये है कि उन्होंने विपक्षी नेताओं को एकजुट करने का काम किया.नीतीश कुमार ने बीते साल देश के अलग-अलग राज्यों का दौरा किया था और विपक्षी नेताओं से सीएम ने मुलाकात की थी. नीतीश ने बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई. दूसरा ये कि नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन के सूत्रधार के तौर पर इसलिए देखा जाता है,क्योंकि उन्होंने विपक्ष को साथ चुनाव लड़ने का सुझाव दिया था.जून 2023 में 15 दलों को एक मंच पर वो साथ लेकर आए .
नीतीश कुमार इस कारण से थे नाराज़
दिल्ली में इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से पीएम फेस के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे किया था.ममता बनर्जी के इस मत का समर्थन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी किया था.इस फैसले के बाद से नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे थे. नीतीश कुमार की नाराजगी का कारण ये था की न तो उन्हें संयोजक बनाया गया और न ही पीएम का चेहरा घोषित किया गया.कई मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि वो कोई पद नहीं चाहते हैं.
राहुल गांधी की न्याय यात्रा के कारण हुआ ये फैसला
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी न्याय यात्रा पर निकले हुए हैं.इस यात्रा के महत्व को देखते हुए कांग्रेस मोमेंटम को जारी रखना चाहती है.कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर नीतीश कुमार भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का रुख करते हैं,तो विपक्ष को बांधना मुश्किल हो जाएगा.जानकारी के मुताबिक पहले आरजेडी नीतीश को इंडिया गठबंधन का कन्वेनर बनाने के पक्ष में नहीं थीं.आरजेडी नेता ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर आरजेडी कुछ वक्त तक जेडीयू के दबाव में थी.नीतीश का कहना है कि अगर चुनाव साथ हुए तो महागठबंधन न सिर्फ लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत हासिल कर सकता है, बल्कि विधानसभा में भाजपा की सीट संख्या को 78 से 50 के नीचे ला सकता है.