पटना (अभिषेक झा, ब्यूरोचीफ)
मोतिहारी में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 30 पार कर गई है. पूरे इलाके में हाहाकार मचा हुआ है. जहरीली शराब पर सख्त रुख रखने वाले सीएम नीतीश कुमार ने अब इस मामले में अपना रुख बदल दिया है. सीएम नीतीश कुमार ने माना है कि जो लोग जहरीली शराब पीकर मरे हैं, उनके परिजन पीड़ित हैं. जो लोग जहरीली शराब पीकर मरे हैं उनमें ज्यादातर गरीब परिवारों से हैं.
जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों को 4-4- लाख की सहायता राशि
सीएम नीतीश कुमार ने माना है कि जो लोग जहरील शराब के सेवन से मरते हैं उनमें से ज्यादातर आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग से आते हैं, इसलिए बिहार सरकार अब उन पीड़ितों की सहायता के लिए 4-4 लाख रुपये की रकम देगी. ये राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जायेगी.
जहरीली शराब से हुई मौत पर मुआवजे को लेकर बिहार सीएम नीतीश कुमार ने बदला अपना स्टैंड, कहा जिनके परिवार मे मौत हुई है. उन्हें देंगे 4-4- लाख की मदद. सीएम रीलीफ फंड से मिलेगी मदद, लेकिन परिवार को शराबबंदी के पक्ष मे लिख कर देना होगा pic.twitter.com/W3yAG2ctYm
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) April 17, 2023
“लिखकर देना होगा कि शराबबंदी के पक्ष में हैं.”
शराब को लेकर सख्त रुख रखने वाले सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर से ये साफ किया है कि सरकार अपने शराबबंदी वाले प्लान पर कायम है लेकिन जिन परिवारों में जहरीली शराब से मौत हुई हैं, उनमें से ज्यादातर लोग गरीब और निम्न आर्थिक वर्ग वाले हैं. इसलिए उन्हें मदद मिलेगी लेकिन पीड़ित परिवारों को लिख कर देना होगा कि वे लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं. उन्हें ये भी लिखकर देना होगा कि शराब बुरी चीज है और इसका सेवन नहीं करना चाहिये. वो लोग शराब के सेवन के खिलाफ हैं.
सरकार पुराने मामलों में भी देगी सहायता राशि
पिछले तीन चार साल में बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों पर जम कर राजनीति भी हुई. सीएम नीतीश कुमार ने साफ साफ कह दिया था कि ” जो पीयेगा वो मरेगा” सीएम ने कहा था कि जहरीली शराब से मरने वालों के लिए सरकार की कोई साहनुभूति नहीं है. सरकार ऐसे किसी को मुआवजा नहीं देगी जिनकी मौत जहरीली शराब से हुई है. नीतीश कुमार के इस बयान पर विपक्ष ने जमकर आलोचना की और सवाल उठाया कि नीतीश सरकार में लचर कानून व्यवस्था का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. लचर कानून व्यवस्था के कारण राज्य में अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है और नीतीश कुमार कार्रवाई के नाम पर केवल गरीबों को सता रहे हैं.
अब जब एक बार फिर से मोतिहारी में जहरीली शराब से बड़ी संख्या में मौत का मामला सामने आया है तो नीतीश कुमार ने सहायता राशि का ऐलान कर विपक्ष का मुह बंद करने की कोशिश की है.
नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि राज्य में पिछले तीन चार साल में बड़ी संख्या में जहरीली शराब से मौतें हुई हैं. जो परिवार शराबबंदी के पक्ष में लिख कर देगा,सरकार उन्हें भी सहायता देगी.उन्हें भी मुआवजा दिया जायेगा. आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों में बिहार के अलग अलग इलाकों में जहरीली शराब के सेवन से सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.