बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को आरोप लगाया कि तृणमूल लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ‘प्रश्न के बदले नकद’ विवाद में सरकारी गवाह बनने के बाद दर्शन हीरानंदानी के संपर्क में थीं और उन्हें प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी.
महुआ ने माना की उन्होंने हीरानंदानी को लॉग-इन शेयर किया था
ताजा आरोप तब लगे जब महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को एक टेलीविजन साक्षात्कार में स्वीकार किया कि उनका संसद लॉग-इन 2019 से दर्शन हीरानंदानी के पास था, लेकिन प्रश्नों का मसौदा उनके द्वारा तैयार किया गया था और दर्शन के कर्मचारियों ने केवल उन्हें साइट पर प्रश्न टाइप करने में मदद की थी.
बंगले के नवीनीकरण के लिए दर्शन ने नहीं किया भुगतान-महुआ
इंटरव्यू में महुआ मोइत्रा ने दर्शन के दिए गए अपने सरकारी आवास के डिजाइन दिखाए और उन आरोपों का खंडन किया कि दर्शन हीरानंदानी ने उनके घर के नवीनीकरण के लिए भुगतान किया था. महुआ ने उन वस्तुओं की एक सूची भी मांगी जो दर्शन हीरानंदानी ने उन्हें कथित तौर पर उपहार में दी थीं और कहा कि उन्हें अपने उद्योगपति मित्र से एक स्कार्फ, मेकअप का सामान और मुंबई में कार पिक-अप और ड्रॉप मिली थी.
सूचना के अनुसार दर्शन हीरानंदानी व दुबई दीदी( सांसद) सम्पर्क में हैं । गवाह को प्रभावित करने की कोशिश चल रही है @loksabhaspeaker को कारवाई करनी चाहिए
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) October 28, 2023
महुआ मोइत्रा ने सांसद बनने से पहले ही दर्शन हीरानंदानी को अपना करीबी दोस्त बताया था. महुआ मोइत्रा ने कहा, “हलफनामा एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति की तरह है.”
सांसद को परिचय पत्र साझा नहीं करने की प्रतिज्ञा करनी होती है
जैसा कि तृणमूल सांसद ने कहा कि इस पर कोई नियम नहीं है कि कौन संसद में लॉगिन कर सकता है और कौन नहीं और आम तौर पर सांसदों की टीमें प्रश्न अपलोड करती हैं, निशिकांत दुबे ने कहा कि प्रत्येक सांसद को एक फॉर्म भरना होता है जहां उन्हें प्रतिज्ञा करनी होती है कि वे किसी के साथ परिचय पत्र साझा नहीं करेंगे.
Vindicated.
Thank you @sardesairajdeep for making it crystal-clear why my kidnapped dog Henry was being offered to me in exchange for taking back my CBI Complaint.
This is what happens when ‘quid pro quo’ becomes a way of life.
— Jai Anant Dehadrai (@jai_a_dehadrai) October 28, 2023
देहाद्राई ने फिर लगाया हेनरी के बदले सीबीआई शिकायत वापस लेने का आरोप
जय अनंत देहाद्राई ने कहा कि साक्षात्कार के बाद वह सही साबित हुए और उन्हें यह स्पष्ट हो गया कि क्यों ‘मेरी सीबीआई शिकायत वापस लेने के बदले में मेरे अपहृत कुत्ते हेनरी को मुझे पेश किया जा रहा था. जय ने ट्वीट किया, ” प्रमाणित, धन्यवाद @सरदेसाईराजदीप, यह बिल्कुल स्पष्ट करने के लिए कि मेरी सीबीआई शिकायत वापस लेने के बदले में मेरे अपहृत कुत्ते हेनरी को मुझे क्यों पेश किया जा रहा है. ऐसा तब होता है जब ‘प्रतिदान’ जीवन का एक तरीका बन जाता है.,”
Vindicated.
Thank you @sardesairajdeep for making it crystal-clear why my kidnapped dog Henry was being offered to me in exchange for taking back my CBI Complaint.
This is what happens when ‘quid pro quo’ becomes a way of life.
— Jai Anant Dehadrai (@jai_a_dehadrai) October 28, 2023
महुआ ने किया पैसा लेने से इनकार
महुआ ने अपने साक्षात्कार में स्पष्ट किया कि इसमें कोई ‘क्विड’ और ‘क्वो’ नहीं था क्योंकि इसमें कोई नकदी शामिल नहीं थी और दर्शन हीरानंदानी को संसद में प्रश्न पूछने के लिए महुआ मोइत्रा की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि वह आरटीआई दायर कर सकते थे.
गुरुवार को लोकसभा आचार समिति के सामने पेश हुए थे दुबे और देहाद्राई
लोकसभा आचार समिति ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोप लगाने वाले जय आनंद देहाद्राई और निशिकांत दुबे को गुरुवार को सुना था. पैनल ने महुआ मोइत्रा को 31 अक्टूबर को बुलाया था लेकिन महुआ ने कहा कि वह उस दिन पश्चिम बंगाल में अपने निर्वाचन क्षेत्र में होंगी और 5 नवंबर के बाद उपलब्ध होंगी. उन्होंने कहा कि समिति ने अपने आरोपों के समर्थन में शिकायतकर्ताओं से सबूत मांगे लेकिन वे कोई भी उपलब्ध नहीं करा सके.
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