भारत के 15 वें राष्ट्रपति के तौर पर चुनी गई NDA की उमीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर भारत में महिला शक्ति का एक सटीक उद्धरण दिया. जिसे मानते हुए यशवंत सिन्हा ने भी खुश होकर अपनी हार को ना केवल स्वीकार किया बल्कि उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी. बिना किसी भय और पक्षपात के संविधान की रक्षा करने की हिदायत दी.
I join my fellow citizens in congratulating Smt Droupadi Murmu on her victory in the Presidential Election 2022.
India hopes that as the 15th President of the Republic she functions as the Custodian of the Constitution without fear or favour. pic.twitter.com/0gG3pdvTor
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 21, 2022
क्या आप जानते हैं द्रौपदी मुर्मू ने अपनी इस जीत से ना केवल विपक्ष के हौसलों को पस्त किया. बल्कि अपनी इस ऐतिहासिक जीत से राष्ट्रपति मुर्मू ने कई रिकार्ड्स को भी धराशायी कर दिया है.
- सबसे पहला रिकॉर्ड तो यही है कि द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली सबसे युवा राष्ट्रपति हैं . जी हाँ द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था. 25 जुलाई को उनकी उम्र 64 साल 1 महीना और 8 दिन होगी. द्रौपदी मुर्मू अब तक की सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी. इससे पहले यह रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम था. जब वह राष्ट्रपति बने तो उनकी उम्र 64 साल दो महीने और 6 दिन थी. वहीं आप ये भी सोच रहे होंगे कि अगर सबसे कम उम्र वाले राष्ट्रपति ये हैं. तो सबसे ज्यादा उम्र वाले कौन हैं? तो ये रिकॉर्ड के.आर. नारायणन के नाम पर दर्ज है. वह 77 साल 5 महीने 21 दिन की उम्र में राष्ट्रपति बने थे.
- द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी नेता हैं जो कि देश के सर्वोच्च पद तक पहुंची हैं. वैसे देश के मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और के आर नारायणन के रूप में दो दलित राष्ट्रपति मिल चुके हैं. लेकिन द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के श्रेणी में एक नया गौरान्वित इतिहास रचा हैं. जो भारत के इतिहास में भी याद रखा जाएगा. हालाँकि द्रौपदी मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. खास बात यह भी है कि वह ऐसी पहली राज्यपाल थी. जिन्होंने झारखंड में अपना कार्यकाल पूरा किया. यानी रिकार्ड्स तोड़ना द्रौपदी मुर्मू की आदत हैं.
- तीसरा रिकॉर्ड ये हैं कि आजाद भारत में जन्म लेने वाली द्रौपदी मुर्मू ऐसी पहली राष्ट्रपति हैं. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था. बता दें कि 2014 तक जितने भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बने, सबका ही जन्म आजादी से पहले हुआ था. वहीं वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ था. वह आजाद भारत में जन्म लेने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं.
- चौथा रिकॉर्ड देश में अब तक जो 14 राष्ट्रपति हुए हैं उनमें से 7 का ताल्लुक दक्षिण भारत से था. वहीं डॉ. राजेंद्र प्रसाद जो कि दो बार राष्ट्रपति बने वो बिहार के रहने वाले थे. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली ऐसी नेता हैं जो देश के सर्वोच्च पद पर पहुँची हैं . वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं. 2007 में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं.
- सबसे अहम् रिकॉर्ड ये हैं कि द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने वाली पहली ऐसी नेता हैं. जो कि पार्षद रह चुकी हैं. द्रौपदी मुर्मू 1997 में राजनीती में आई और पार्षद चुनी गईं. इसके तीन साल बाद ही वह विधानसभा पहुंची . फिर बीजेपी-बीजेडी की सरकार में वह दो बार मंत्री रही.वह किसी राज्य की राज्यपाल बनने वाली भी देश की पहली आदिवासी महिला हैं.
आज वो देश की15 वीं राष्ट्रपति हैं. देश की हर महिला के लिए द्रौपदी मुर्मू किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं.