Saturday, July 27, 2024

Nawada Cyber Fraud करने वाले 6 ठग गिरफ्तार,लक्की ड्रॉ का लालच देकर करते थे ठगी

संवाददाता अमृत गुप्ता, नवादा : बिहार में अन्य अपराधों के मुकाबले में पिछले कुछ सालों में साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़े हैं. जिन इलाकों में साइबर अपराध  ज्यादा बढ़ें हैं, उनमें  Nawada जिला भी एक है. स्थानीय लोगों के मुताबिक Nawada पूरी तरह जामताड़ा बन गया है. नावादा में Nawada Cyber Fraud करते अब तक सैकड़ों स्थानीय एवं अंतरराज्यीय साईबर अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसी कड़ी में नवादा पुलिस ने जिले के वारिसलीगंज थानाक्षेत्र सिमरीडीह एवं बेलधा ग्राम में छापेमारी करते हुए 6 साईबर अपराधियों Nawada Cyber Fraud को रंगे हाथ धरा है.

Nawada
                                                                         Nawada

Nawada Cyber Fraud करने वाले गिरोह से क्या क्या मिला ?

गिरफ्तार साईबर अपराधियों के पास से कई एंड्रॉएड मोबाईल फोन ,सिमकार्ड ,कीपैड मोबाईल ,कस्टमर डाटा आदि जब्त किया गया है. वारसलीगंज थाना परिसर में प्रेस कॉन्फ़ेरेंस आयोजित कर पकरीबरावां डीएसपी महेश चौधरी ने बताया कि यह छापेमारी नवादा पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल के निर्देश पर थानाध्यक्ष वारसलीगंज के द्वारा टीम गठित कर किया गया, जिसमें पुलिस पदाधिकारी तथा बल एवं वज्रा टीम के पुलिस पदाधिकारी और चौकीदार को शामिल किया गया.

गिफ्तार सभी आरोपी युवा

इन दिनों ये देखने में आ रहा है कि साइबर अपराध से जुड़े ज्यादातर आरोपी युवा ही हेतो हैं. और आसान तरीके से पैसा कमाने के लिए  आपराध के जरिये कुछ करना पड़े तो पीछे नहीं हटते है.ऐसा ही मामला नवादा में भी दिखा है. सभू गिरफ्तार आरोपियों की उम्र 30 साल के अंदर ही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएसपी महेश चौधरी ने बताया कि इन साईंबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है, उनमें ज्यादातर युवा है.गिरफ्तार लोगों में उमेश कुमार की उम्र 30, मोहित कुमार की उम्र  23 साल,रविकांत कुमार उम्र 22 साल,  वारिसलीगंज के शैलेश कुमार उम्र केवल 20 साल, ऋषि कुमार जिसकी उम्र 22 साल. बेलधा ग्राम के मुरारी कुमार जिसकी उम्र 29 साल है .

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पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान गिरफ्तार साईबर अपराधियों के पास से 7 एंड्रॉएड मोबाईल फोन ,1 कीपैड मोबाईल ,मोबाईल डाटा रजिस्टर जिसमें नाम ,पता और मोबाईल नंबर अंकित रहता है वो मिला है. उन्हीं मोबाईल नंबरों पर गिरफ्तार साईबर अपराधियों द्वारा फोन कर लक्की ड्रा का लालच देकर ठगी का काम चल रहा था.

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