Tuesday, June 24, 2025

क्या होती हैं ट्रांजिट रिमांड, जिसके आधार पर मेघायल पुलिस सोनम को अपने साथ ले गई 

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What is transit remand : बहुचर्चित राजा रघुवंशी मर्डर मामले में कथित आरोपी पत्नी सोनम को कोर्ट से 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मिली है, लेकिन सवाल हर किसी के जहन में उठ रहा है कि आखिर ट्रांजिट रिमांड होता क्या है?
दरअसल जब किसी आरोपी को उस राज्य या शहर से गिरफ्तार किया जाता है, जो मूल केस दर्ज होने वाले स्थान से अलग होता है, तब वहां की स्थानीय अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेना जरूरी होता है. इसका मकसद होता है कि अदालत की अनुमति से आरोपी को असली केस वाले राज्य में ले जाना. उदाहरण के तौर पर, अगर केस दिल्ली में दर्ज है लेकिन आरोपी को मुंबई में पकड़ा गया है, तब मुंबई की अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपी को दिल्ली लाया जा सकता है.
72 घंटे यानी तीन दिन की रिमांड का मतलब है कि पुलिस को इतना समय दिया गया है कि वह आरोपी को संबंधित राज्य की अदालत तक ले जाए. इस दौरान पुलिस को आरोपी की सुरक्षा, मेडिकल जांच और अन्य कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होता है.

What is transit remand :मेघालय पुलिस को मिली सोनम की ट्रांजिट रिमांड

राजा रघुवंशी हत्या कांड में आरोपी सोनम को लेकर पुलिस मेघालय गई है जहां हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. घटना में शामिल होने के आरोपियों के बयान के आधार पर पुलिस ने सोनम को उसके पति राजा रघुवंशी का हत्या का मास्टरमाइंड माना है . पुलिस अब उन गवाहों के सामने सोनम को ले जाकर सारे सबूतों के साथ बयान का मिलान करेगी फिर जब मामला कोर्ट में जायेगा तब उन गवाहों के साथ सबूतों की पेशी की जायेगी, ताकि हत्या के असली गुनाहगार को सजा मिल सके.

राजा रघुवंशी हत्याकांड में आरोपियों के बयान सोनम के खिलाफ

मेघायल पुलिस ने राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जिन तीन लोगों को पकड़ा है वो तीनों मध्यप्रदेश के हैं और सोनम के प्रेमी राज के कहने पर सोनम के बताये ठिकाने पर शिलांग पहुंचे थे. पुलिस के मुताबिक इन तीनों ने बयान दिया है कि सोनम ने उन्हें अपने पति को मारने के लिए  पैसे देकर बुलाया था.

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