नई दिल्ली: AI तकनीक (Technology) ने रोजमर्रा के कामों को आसान बनाया है और इसके इस्तेमाल का दायरा बढ़ता ही जा रहा है. वहीं इसके गलत (Wrong) इस्तेमाल से आए दिन वारदात भी हो रही हैं, कहीं किसी की प्राइवेसी (Privacy) का हनन हो रहा है, तो कहीं AI अफवाह फैलाने में इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे ही एक AI वीडियो का इस्तेमाल असम (Assam) की बीजेपी सरकार (BJP Goverment) द्वारा किया गया था.
असम बीजेपी में ने एक AI वीडियो पोस्ट कर मुसलमानों की छवि बिगाड़ने की कोशिश की थी. अब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर असम सरकार, बीजेपी की असम इकाई और एक्स को नोटिस भेजा. इस वीडियो को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मंगलवार को नोटिस जारी किया है.
असम बीजेपी की ओर से शेयर की गई वीडियो में पार्टी के चुनाव हारने पर कथित तौर मुस्लिम वर्चस्व दिखाने की कोशिश की गई थी. साथ ही लोगों को डराने का प्रयास करते हुए मुस्लिम समुदाय को गलत तरीके से पेश किया गया था. वीडियो में यह आशंका जताई गई थी कि अगर पार्टी चुनाव हार जाती है तो राज्य पर मुसलमानों का कब्जा हो जाएगा. जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ ने वकील निजाम पाशा की दलीलें सुनने के बाद नोटिस जारी किया.