Mandavi Hidma Encounter: छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के सबसे बड़े नक्सली 1 करोड़ के इनामी हिडमा को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. इस मुठभेड़ में हिडमा समेत 6 नक्सली ढेर हुए हैं. हिडमा के मारे जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के बड़े अधिकारियों से बात की. सूत्रों के मुताबिक, हिडमा को लेकर सुरक्षा बलों ने 30 नवंबर, 2025 की डेडलाइन तय की थी, लेकिन उसके 12 दिन पहले ही खूंखार नक्सली कमांडर को सुरक्षाबलों ने मार गिराया.
अमित शाह ने कुछ दिन पहले ही एक इंटरव्यू के दौरान नक्सलियों को खत्म करने की बात कही थी. जिसके 17 दिन बाद ही सबसे बड़ा नक्सली हिडमा मारा गया. उन्होंने कहा था, “नक्सली मुख्यधारा में लौट आएं. इसके लिए व्यवस्था बनी हुई है. उनके सरेंडर होने के बाद 6 महीने तक रिहैब सेंटर में रहने की व्यवस्था की गई है, जहां साइकैट्रिस्ट की व्यवस्था है. उनके रोजगार कौशल विकास की भी योजना है. इनके पुनर्वास के लिए योजनाएं बनाई गई हैं.”
गृहमंत्री ने दी थी चेतावनी
गृहमंत्री अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान ही नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि नक्सली सरेंडर कर मुख्यधारा में लौट आएं, नहीं तो पुलिस उन्हें ऑपरेशन में न्यूट्रिलाइज कर डालेगी. इतना ही नहीं उन्होंने बताया था कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का वादा किया गया है. उन्होंने कहा, एक समय नक्सलवाद देश के 130 जिलों में फैला था, जो अब केवल 11 जिलों में बचा है. इसमें 3 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. 31 मार्च तक वो भी खत्म हो जाएंगे.
1 करोड़ का था इनामी
1 करोड़ के इनामी नक्सली हिडमा पर कम से कम 26 बड़े हमलों का मास्टरमाइंड होने का आरोप था. 43 वर्षीय हिडमा 2013 के दरभा घाटी नरसंहार और 2017 के सुकमा घात सहित कम से कम 26 सशस्त्र हमलों का जिम्मेदार था. आज से छत्तीसगढ़ के सुकमा में जन्मे हिडमा की कहानी खत्म हुई.

