MP NEWS : मध्य प्रदेश एक महिला थानेदार को एक युवक को थप्पड़ लगाना भारी पड़ गया.मामला टीकमगढ़ के बड़ागांव धसान क्षेत्र के दरगवां गांव का है. यहां अज्ञात वाहन की टक्कर से एक 50 साल के किसान घूरका लोधी की रविवार रात मौत हो गई. परिजनों को जब घटना की जानकारी मिली तो अगले दिन सोमवार को लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और खरगापुर-बड़ागांव मार्ग ग्रामीणों के साथ मिलकर जाम लगा दिया. परिजनों का कहना था कि प्रशासन हादसे की जांच करे और पुलिस रिपोर्ट दर्ज करे .
MP NEWS : सड़क जाम खुलवाने पहुंची महिला थानेदार
इस बीच खरगापुर-बड़ागांव मुख्य मार्ग पर जाम लगने से हो रही परेशानी को देखते हुए जाम को खुलवाने बड़ागांव की थाना प्रभारी अनुमेघा गुप्ता मौके पर पहुंचीं. इस दौरान पहले से ही मौहाल गर्माया हुआ था, लोग पुलिस से रिपोर्ट दर्ज करने की मांग कर रहे थे. अनुमेधा गुप्ता के पहुंचने पर विवाद बढ़ गया. पुलिस को देखकर ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ गया.इस बीच एक युवक आगे बढ़कर कुछ कहने की कोशिश कर रहा था तभी अनुमेघा गुप्ता ने युवक को थप्पड़ जड़ दिया. महिला थानेदार के द्वारा थप्पड़ जड़े जाने से गुस्साए युवक ने तुरंत ही जवाब दिया और थानेदार मेघा गुप्ता पर थप्पड़ों की बरसात कर दी. इस घटना से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई, पुलिस के जवानों ने बीच बचाव करके मामले को निबटाया. अब घटना का वीडियो सोसशल मीडिया पर वायरल है .
‘हाथ नहीं मैडम..’
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में महिला थानेदार को सरेआम जड़े थप्पड़…जाम खुलवाने गई थी पुलिस#MadhyaPradesh । #Police pic.twitter.com/wR0jizL6Nk
— NDTV India (@ndtvindia) November 18, 2024
पुलिस समय पर आती तो बच सकती थी घायल की जान- ग्रामीण
दरगवां के ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस दुर्घटना के बाद समय से पहुंचकर घायल किसान घूरका लोधी को अस्पताल ले जाती, तो उसकी जान बच सकती थी. पुलिस के देरी के काऱण एक व्यक्ति की जान चली गई. इस कारण ग्रामीणों में पुलिस को लेकर काफी गुस्सा है.
घटना के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा है. ग्रामीण भी शांत होने के लिए तैयार नहीं थे.गांव वालों को शांत कराने के लिए प्रशासन को जबर्दस्त मेहनत करनी पड़ी.
दरअसल इस घटना ने पुलिसकर्मियो की ठसक और उनकी संवेदनहानता को उजागर किया है. एक ग्रामीण की मौत के बाद लोगों के भड़के गुस्से को पुलिस के लोग किस तरह से दबाने की कोशिश करते है, ये घटना इसका ताजा उदाहरण है. अब विभाग मामले की जांच कर रहा है. साथ ही ग्रामीणो के गुस्से को देखते हुए स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. इस घटना ने एक बार फिर से किसी घटना को दबाने के लिए पुलिसिया रौब का पर्दाफाश किया है.