Mahua Moitra Row: महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी ने 11 नवम्बर को अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेज दी है. पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा अध्यक्ष बिरला के निर्देश पर पूरे मामले की जांचकर एथिक्स कमेटी ने लगभग 500 पन्नों की अपनी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे गुरुवार की बैठक में 6-4 के अंतर से मंजूर कर लिया गया था.
Mahua Moitra Row :आरोप काफी गंभीर
एथिक्स कमेटी ने उस रिपोर्ट को शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेज दिया है.आपको बता दें कि एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर ने गुरुवार को एथिक्स कमेटी की बैठक के बाद कहा था कि एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों की जांच कर 500 पेज की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, जिस रिपोर्ट को 6 सांसदों के समर्थन से एडॉप्ट कर लिया गया है और 4 सांसदों ने अपना डिसेंट नोट सबमिट किया है।एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है.इसी को आधार बनाकर कमेटी ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है.
महुआ ने कहा कि पूरी रिपोर्ट ही मजाक है
कमेटी ने अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध, गहन, कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की है. कमेटी ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश की है.वहीं महुआ मोइत्रा ने रिपोर्ट को लेकर कहा, ” पूरा मामला ही मजाक है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी मीडिया कह रही है कि सवाल पूछने के बदले पैसे का मामला है, लेकिन 500 पेज की रिपोर्ट मैं पैसे को लेकर कोई सबूत नहीं हैं.”