दिल्ली : Manish Sisodia Letter from Jail आबकारी नीति मामले में जेल में बंद दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसौदिया ने पत्र लिखकर कहा है कि वह जल्द ही जेल से बाहर आएंगे.
जेल में बंद नेता ने अपने विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के पटपड़गंज निवासियों को संबोधित पत्र में कहा कि उनकी पार्टी अच्छी शिक्षा और स्कूलों के लिए लड़ रही है, “ठीक वैसे ही जैसे सभी ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी”.




Manish Sisodia Letter from Jail – आप की लड़ाई की तुलना आज़ादी की लड़ाई से की
15/03/2024 की तीराख से लिखे इस पत्र में मनीष सिसौदिया ने आप के संघर्ष को आज़ादी की लड़ाई से जोड़ के पेश किया है. सिसौदिया ने लिखा “आप सबकी भूमिका ऐसे ही है जैसे किसी समय लोग आज़ादी की लड़ाई के लिए अपना तन-मन-धन लगाकर देश को आज़ाद कराने के लिए आगे आए थो उन्होंने उस वक्त देश को आज़ाद कराने का महान काम किया था. आज़ादी के 75 साल बाद, आज आप लोग देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा – अच्छे स्कूल-कॉलेज के लिए लड़ रहे हैं. जिस तरह अंग्रेजी हुकूमत की तमाम तरह की तानाशाही और ज़ोर जुल्म के बावजूद आज़ादी का सपना सच हुआ था, वैसे ही मुझे पूरा यकीन है कि एक दिन हमारे भारत के हरेक बच्चे को, राजधानी दिल्ली से लेकर दूर-दराज के गांवों तक के हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलने का सपना भी ज़रूर पूरा होगा.”
गांधी और नेल्शन मंडेला को बताया प्रेरणा
सिसौदिया ने लिखा, “अंग्रेजों को भी बहुत ज़्यादा घमंड था अपनी सत्ता की ताकत का. अपनी सत्ता के दम पर वे जिसे चाहते, तरह-तरह के झूठे आरोप लगाकर जेल में डाल देते थे. उन्हें भी लगता था कि जेल की दीवारें आज़ादी के लिए लड़ने वालों का मनोबल तोड़ देंगी. उन्होंने सत्ता के अहंकार में डूबकर गांधी जी को भी कई बार, कई वर्षों तक जेल में डालकर रखा था. लेकिन इतिहास गवाह है कि महात्मा गांधी जैसे संत पर झूठे आरोप और तानाशाही वाले कानून लगाकर उन्हें जेल में डालने वाले अंग्रेजी राज का सूरज डूब गया लेकिन आज गांधी जी का नाम सारी दुनिया में इतनी इज्जत से लिया जाता है कि गांधी के नाम का सूरज कभी नहीं डूबता. सत्ता के नशे में चूर इन्हीं अंग्रेजों ने नेल्शन मंडेला को भी 30 साल तक जेल में डालकर रखा लेकिन आज दुनिया जेल में डालने वाले उन तानाशाह का नहीं बल्कि मंडेला को उनकी लड़ाई के लिए याद करती है. ये लोग बहुत बड़े लोग थे। मैं तो इनके पैरों की धूल के बराबर भी नहीं, लेकिन ये लोग मेरी प्रेरणा हैं. आप सब मेरी ताकत हैं और ये लोग मेरी प्रेरणा है.”
विकसित भारत पर क्या बोले सिसौदिया
सिसौदिया ने लिखा, “आज जब हम भारत को विकसित देश बनाने की बात कर रहे हैं तो यह बात, एक राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते आप सबके लिए समझना बहुत जरूरी है. विकसित देशों ने अपने स्कूल- कॉलेजों को सिर्फ पढ़ाई पूरी होने का सर्टिफिकेट बांटने के हिसाब से नहीं खड़ा कि है. विकसित देशों में स्कूल का मतलब है-बच्चे को कॉलेज आदि आगे की पढ़ाई के लिए तैयार करने के साथ साथ समाज में जाति-धर्मों का मेलजोल, समानता, स्त्री- पुरुष भेदभाव व पूर्वाग्रह खत्म करने, बच्चों-बुजुर्गों के प्रति समाज को संवेदनशील बनाने, सुड़-स्वार्थों से व्यक्ति को ऊपर उठाकर प्रकृति व पर्यावरण के प्रति प्रेम से भरने जैसी योग्यताओं से आने वाली पीढ़ी को संपन्न बनाने के लिए जिम्मेदार संख्याना स्कूल सिर्फ कॉलेज आदि की पढ़ाई के लिए तैयार नहीं करते बल्कि यह भी तय करते है कि व्यक्ति/बच्चा समाज में कैसे जिएगा, परिवार में कैसे जिएगा.
इसी तरह कॉलेज यूनिवर्सिटी सिर्फ बच्चों को ‘अच्छी सी नौकरी करने के लिए तैयार नहीं करते. पूरे देश में टेक्नॉलॉजी के विकास, नई नई कंपनियां परिवार की समृद्धि के बनाने और नए-नए रोजगार पैदा करने की क्षमता, लिए और फलत: पूरे देश की आर्थिक समृद्धि के लिए नौजवान तैयार करके देने का काम कॉलेज- यूनीवर्सिरी का है.“
शिक्षा क्रांति को लेकर कहीं ये बात
“मैं मानता हूँ कि ऐसे स्कूल, ऐसे कॉलेज तैयार करने की गारंटी देश की राजनीति को लेनी पड़ेगी. और मुझे खुशी है कि अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी का हर कार्यकर्ता अपने आप को इसी शिक्षा क्रांति का सिपाही मानकर चल रहा है. आज सिर्फ दिल्ली ही नहीं, पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की खबरें पढ़ने को मुझे मिलती हैं. यह एक बड़ा सुखद परिवर्तन देखने को मिल रहा है.”
पत्नी का ध्यान रखने पर कहा धन्यवाद
“इस बीच आप सबने सीमा का जितना ध्यान रखा है उसकी बातें मुझे, सीमा बताती रहती है. वह आप सबकी बात बड़े गर्व से और भावुक हो होकर बताती है. जितना प्यार और सम्मान आप सबने मुझे दिया है उसके सामने हर पद हर सम्मान छोटा है.”
जल्द बाहर मिलने का किया वादा
“आप अपना ख्याल रखिएगा. और मेरी तरफ से अपने परिवार में सभी को प्यार, आशीर्वाद, सम्मान देना. जल्द ही बाहर मिलेंगे.”
आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह की रिहाई के बाद से ही मनीष सिसौदिया को भी जमानत मिलने की बात कही जा रही है.
ये भी पढ़ें-Randeep Surjewala : हेमा मालिनी का नाम लेकर बुरे फंसे रणदीप सुरजेवाला ,अब देते फिर रहे है सफाई ….