इंफाल (ब्यूरो रिपोर्ट) : पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले एक महीने से जारी हिंसा (Manipur Violence ) पर लगाम लगाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह पिछले चार दिन से कैंप कर रहे हैं. गृहमंत्री शाह ने हिंसाग्रस्त इलाकों (Manipur Violence) का दौरा करने के बाद गुरुवार को कई ऐलान किये. जिसमें न्यायिक आयोग बनाने से लेकर राज्य में पुलिस प्रशासन को दुरुस्त करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस विभाग में फेर बदल किये. राज्य के मौजूदा डीजीपी पी दोंगेल को हटा कर उनकी जगह IPS राजीव सिंह को राज्य की कमान सौंपी गई है. राजीव सिंह इससे पहले सीआरपीएफ में वरिष्ठ अधिकारी के रुप में नियुक्त थे.
Manipur Violence गृहमंत्री की अपील हथियार सौंपे लोग
गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर ने हिंसाग्रस्त इलाकों में लोगों से अपील की है कि वो हिंसा का रास्ता छोड़ दें और शांति बहाली में सरकार का साथ दें.गृहमंत्री शाह ने दंगा फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि सभी लोग अपने हथियार सौंप दें,नहीं तो बाद में अगर पुलिस की सर्च मे हथियार मिले तब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. गृहमंत्री ने पहले ही कहा है कि जहां मरहम लागने का जरुरत है वहां मरहम लगायेंगे लेकिन जहां सख्त होने की जरुरत है वहां सख्ती भी बरती जायेगी.
Manipur Violence सरकार ने पीड़ितों को 10 लाख देने का किया है ऐलान
केंद्रीय गृहमंत्री ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र में मारे गये लोगों के लिए 10 लाख रुपये मुअवजा का भी ऐलान किया है.इसमें राज्य सरकार की तरफ से 5 लाख और केंद्र सरकार की तऱफ से 5 लाख की राशि मदद के तौर पर उन परिवारों को दी जायेगी जिनके लोग हिंसा के शिकार हुए हैं और उनकी जान चली गई है.
Manipur Violence कारणों की जांच के लिए कमिटी का ऐलान
गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में हिंसा की वजह हाइकोर्ट के फैसले को बताते हुए कहा कि अब जांच केलिए हाइकोर्ट के जस्टिस के बराबर कद वाले रिटायर्डज जज हिंसा के कारणों की जांच करेंगे. सरकार इसके लिए मणिपुर गवर्नर की अध्यक्षता में एक कमिटी बनायेगी. गृहमंत्री शाह ने लोगों को भरोसा दिलाया कि जांच में उनके साथ पक्षपात नहीं होगा और उन्हें न्याय दिलाया जायेगा.
Manipur Violence पीड़ितों की मदद के लिए अनाज और मेडिकल टीम
हिंसाग्रस्त इलाकों में लोगों को फौरी तौर पर मदद देने के लिए सरकार ने केंद्र की तऱफ से तीस हजार टन (30,000) चावल, घरेलू गैस, प्रेट्रोल सब्जियों की आपूर्ति कराने का आदेश दिया है.15 पेट्रेल पंप 24 घंटे खुले रहैंगे. दिल्ली से आई 8 मेडिकल टीमें हिंसा प्रभावित लोगों का इलाज करेगी.5 मेडिकल टीम पहुंच चुकी है. 8 मेडिकल टीम में 20 डॉक्टरों को भेजा जा रहा है.
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मणिपुर में अब तक 80 की मौत, 35 हजार ने घर छोड़ा
पिछले महीने की तीन तारीख(3 मई) से जारी हिंसा में अब तक 80 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी हैं.300 से ज्यादा लोग जख्मी है. हिंसा से त्रस्त करीब 35 हजार लोग आस पास के राज्यों असम ,मिजोरम में शरण लेने के लिए मजबूर हो गये हैं. अपना घर बार छोड़ कर जाने वालों में कूकी और मैतई दोनों समुदाय के लोग शामिल हैं.
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