Friday, November 22, 2024

Mahua Moitra: लोकपाल ने दिए महुआ के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश-निशिकांत दुबे, महुआ ने कहा- ‘मेरे जूते गिनने के लिए आपका स्वागत है’

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को दावा किया कि लोकपाल ने कैश-फॉर-क्वेरी घोटाले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया है. दुबे की एक्स पोस्ट के जवाब में, मोइत्रा ने कहा कि “सीबीआई का स्वागत है, मेरे जूते गिनने के लिए”.

निशिकांत दुबे ने एक्स पर दी सीबीआई जांच की जानकारी

निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा, “मेरी शिकायत पर, लोकपाल ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा की कीमत पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के लिए आरोपी महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया.”

पिछले महीने, दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शिकायत दर्ज कराई थी – जिन्होंने शिकायत को नैतिकता पैनल को भेज दिया था. शिकायत में कहा गया था कि सांसद ने अपने संसदीय लॉगिन क्रेडेंशियल के बदले में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से महंगे उपहार स्वीकार किए थे.
मोइत्रा के पूर्व मित्र जय अनंत देहाद्राई के पेश किए गए ‘सबूत’ का हवाला देते हुए, उन्होंने दावा किया कि हीरानंदानी अदानी समूह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए मोइत्रा के लॉगिन क्रेडेंशियल का उपयोग करके सीधे संसद में प्रश्न पोस्ट कर रहा था.

महुआ मोइत्रा ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है.

निशिकांत दुबे के एक्स पोस्ट के जवाब में मोइत्रा ने भी एक्स पर लिखा कि “मुझे फोन करने वाले मीडिया के लिए मेरा जवाब-
1. 13,000 करोड़ रुपये के अडानी कोयला घोटाले पर सबसे पहले सीबीआई को एफआईआर दर्ज करनी होगी
2. राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा यह है कि कैसे संदिग्ध एफपीआई स्वामित्व वाली (चीनी और संयुक्त अरब अमीरात सहित) अडानी कंपनियां भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों को खरीद रही हैं गृह मंत्रालय (@HMOIndia) की मर्जी के साथ
तो फिर सीबीआई आपका स्वागत है, आइए, मेरे जूते गिनिए”


इसके साथ ही महुआ ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लोकपाल पर निशाना साधा. महुआ ने लिखा “क्या लोकपाल की धूल झटक कर उसे नई सांसे दी गई है @महुआमोइत्रा पर हमला करने के लिए. गंभीर सवाल यह है कि कितने पत्रकारों को यह भी पता था कि मोदी के भारत में एक कार्यशील लोकपाल है? ये नई जांच ज्यादा मज़ाक पाल है”


महुआ की शिकायत के साथ निशिकांत दुबे ने किया था लोकपाल का रुख

आपको बता दें, निशिकांत दुबे ने 21 अक्टूबर को महुआ मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल लोकपाल का रुख किया और उन पर हीरानंदानी के इशारे पर संसद में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया.
इससे पहले वो लोकसभा स्पीकर को भी मोइत्रा की शिकायत कर चुकें हैं और महुआ अपने खिलाफ लगे आरोपों पर मौखिक साक्ष्य दर्ज कराने के लिए 2 नवंबर को एथिक्स पैनल के सामने पेश हुईं थी. हालाँकि, वह यह कहते हुए बैठक से बाहर चली गईं कि चेयरपर्सन विनोद सोनकर ने उनसे “अनैतिक” और व्यक्तिगत सवाल पूछे. सोनकर ने मोइत्रा पर उनके और पैनल के अन्य सदस्यों के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
महुआ के साथ पांच विपक्षी सदस्य भी सोनकर पर मोइत्रा से अभद्र सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए दो नवंबर की बैठक से बाहर चले गए थे.

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