Mahayuti rift: महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ महायुत गठबंधन में दरार की अफवाहों के बीच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को अपने आलोचकों को चेतावनी दी कि वे “मुझे हल्के में न लें”.
Mahayuti rift: क्या है शिंदे के “मुझे हल्के में न लें” बयान का मतलब
समाचार एजेंसी एएनआई ने उनके हवाले से कहा, अविभाजित शिवसेना में उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपनी बगावत का जिक्र करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि 2022 में जब उन्हें “हल्के में लिया गया” तो उन्होंने राज्य की सरकार गिरा दी.
“मुझे हल्के में मत लीजिए, जो लोग मुझे हल्के में ले रहे हैं, उनसे मैं पहले ही कह चुका हूं. मैं एक सामान्य पार्टी कार्यकर्ता हूं, लेकिन मैं बाला साहेब का कार्यकर्ता हूं और सभी को मुझे इसी समझ के साथ लेना चाहिए. जब आपने 2022 में इसे हल्के में लिया, तो मैंने सरकार बदल दी; हम आम लोगों की इच्छा की सरकार लाए.”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की बैठकों में नहीं जा रहे शिंदे
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एकनाथ शिंदे कथित तौर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे थे, जिससे दरार की अटकलों को बल मिला.
शिंदे की बगावत के कारण उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई और 2022 में शिवसेना में विभाजन हो गया. बाद में उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन किया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए. हालांकि, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें यह प्रतिष्ठित पद छोड़ना पड़ा.
क्या है महाराष्ट्र विधानसभा का गणित
एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास विधानसभा में 57 विधायक हैं. 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 132 सीटें हैं.
शिंदे ने एक टिप्पणी में कहा कि जो लोग उन्हें हल्के में लेते हैं, उन्हें “इस संकेत को समझना चाहिए”
शिंदे ने कहा, “विधानसभा में अपने पहले भाषण में मैंने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस जी को 200 से ज़्यादा सीटें मिलेंगी, और हमें 232 सीटें मिलीं. इसलिए मुझे हल्के में न लें; जो लोग इस संकेत को समझना चाहते हैं, उन्हें इसे समझना चाहिए, और मैं अपना काम जारी रखूंगा.”
एकनाथ शिंदे ने जान से मारने की धमकी पर कहा- मैं डरा नहीं
शिंदे ने हाल ही में मिली जान से मारने की धमकी पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “पहले भी धमकियां मिली हैं. डांस बार बंद होने पर भी कई धमकियां मिली थीं. मुझे जान से मारने की धमकियां दी गईं, कोशिशें भी की गईं, लेकिन मैं डरा नहीं. नक्सलियों ने मुझे धमकाया था, लेकिन मैं उनकी धमकियों के आगे नहीं झुका…मैंने गढ़चिरौली में पहला औद्योगिक प्रोजेक्ट शुरू करने का काम किया.”
शिंदे को गुरुवार को ईमेल में जान से मारने की धमकी मिली. मुंबई पुलिस ने ईमेल के सिलसिले में बुलढाणा से दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
ये भी पढ़ें-Indo-Pak Talks: सीमा पार से गोलीबारी बढ़ने के बीच जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुई दोनों सेनाओं की फ्लैग मीटिंग