भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के क्लीन एण्ड ग्रीन ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के स्वप्न को साकार करने की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है। यह बात नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने तकनीकी सहायता से ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये ऊर्जा विकास निगम और अन्य कम्पनियों के बीच हुए एमओयू हस्ताक्षर करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि निसंदेह इससे लक्ष्य प्राप्ति में सहायता मिलेगी।
मंत्री शुक्ला ने कहा कि ऊर्जा विकास निगम ने मेसर्स सीएलएएसपी, मेसर्स एईईई और मेसर्स सीएसआईएस के साथ ऊर्जा दक्षता के लक्ष्यों को हासिल करने के लिये समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। उन्होंने बताया कि मेसर्स सीएलएएसपी एक गैर-लाभकारी संगठन है। इसके 90 से अधिक देशों में प्रोजेक्ट संचालित हैं। इसका मुख्यालय वाशिंगटन के साथ ही हमारे देश की राजधानी नई दिल्ली में भी है। मेसर्स सीएलएएसपी नीति निर्माताओं, उद्योग संघों और सिविल सोसायटी के साथ सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देता है।
ऊर्जा विकास निगम द्वारा किये गये एमओयू से उपकरण ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में बढ़ावा मिलेगा इससे संस्थागत ढाँचे के साथ ही वित्तीय स्वायत्तता को सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी। एमओयू से औद्योगिक और लघु एवं मध्यम उद्यम इकाइयों की ऊर्जा दक्षता को भी बढ़ावा मिल सकेगा। इससे मध्यप्रदेश के नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने वाली अन्य संस्थाओं के लिये भी आगे कार्य करने का मार्ग प्रशस्त होगा।