Indore News: इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल (MYH) से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां अस्पताल परिसर में चूहों के आतंक ने मंगलवार को एक नवजात की जान ले ली, वहीं आज बुधवार को दूसरे नवजात की भी मौत की सूचना मिली है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस पूरे मामले को छिपाने की कोशिश कर रहा है। नवजात के परिजन देवास जिले के कमलापुर के रहने वाले हैं।
चूहों के कुतरने से दूसरी मौत
जानकारी के मुताबिक मृत नवजात गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती थी। इलाज के दौरान एनआईसीयू वार्ड में चूहों ने उसके शरीर को कुतरकर खाना शुरू कर दिया। आशंका जताई जा रही है कि चूहे के काटने से हुए संक्रमण के कारण उसकी हालत और बिगड़ गई होगी और बुधवार को उसकी मौत हो गई। दो दिन में लगातार दो नवजातों की मौत ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही साफ-सफाई पर भी सवाल खड़े किए हैं।
ये है मामला
रविवार 31 अगस्त को इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल (MY hospital) में भर्ती एक बच्चे के हाथ और सोमवार को दूरे बच्चे के कंधे को चूहों ने कुतर दिया था। डाक्टरों ने पहले तो इस मामले को स्किन इंफेक्शन बोलकर टाल दिया। लेकिन, एक नवजात का हाथ बुरी तरह कटा मिलने के बाद पूरी लापरवाही उजागर हो गई थी। अब दूसरे बच्चे की भी आज मौत हो गई।
इन पर की गई कार्रवाई
मामले में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने नर्सिंग ऑफिसर आकांक्षा बेंजामिन, श्वेता चौहान को निलंबित किया है। सहायक नर्सिंग ऑफिसर कलावती भलावी को शोकॉज नोटिस। जवाब 3 दिन में मांगा। प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर पीआइसीयू प्रवीणा सिंह, पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रभारी डॉ. मनोज जोशी को शोकॉज नोटिस। नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मार्गेट जोजफ को हटाया। अनुबंधित कंपनी एजाइल पर एक लाख का जुर्माना लगाया। एमओयू निरस्त करने की चेतावनी। आज बुधवार को अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक यादव को और अस्पताल के डीन को भी नोटिस दिया गया है।
नवजात बच्ची की मौत चूहे के काटने से नहीं, सेप्टिसीमिया से हुई है
नवजात बच्ची को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उसकी आंतों में प्रॉब्लम थी। जिसके लिए 7 दिन पहले ही उसका ऑपरेशन किया गया था। बच्ची की कंडिशन क्रिटिकल थी। दोपहर एक बजे उसकी मौत हुई है। उसकी डेथ सेप्टिसीमिया के कारण हुई है। उसका वजन बहुत कम था, 1.6 किलो। बाएं हाथ की इंडेक्स फिंगर और एक और फिंगर की टिप पर काटा था। परिजनों ने पोस्टमार्टम की परमिशन नहीं दी, वो बच्ची का शव लेकर चले गए।
चूहों के आतंक को लेकर अस्पताल प्रशासन और प्रबंधन सख्त है। पेस्टिसाइड्स का काम पूरे अस्पताल में जारी है। इसके लिए स्पेशल मीटिंग भी ली गई है, जिसमें नर्सिंग स्टाफ को निर्देेश दिए गए हैं कि, कहीं भी चूहे का मूवमेंट नजर आए या किसी मरीज को काटने की सूचना मिले तो कंपनी को तुरंत बताएं।
-डॉ. जितेंद्र वर्मा, उपाधीक्षक, एमवाय हॉस्पिटल, इंदौर
एमपी में पहले भी हुई लापरवाही
-19 जनवरी 2023
सागर जिला अस्पताल की मॉर्चूरी में रमेश अहिरवार के शव को चूहों ने कुतरा। एक आंख गायब मिली।
– 21 जून 2023:
भोपाल में हमीदिया अस्पताल की मॉर्चूरी में मृतक बीआर सिंह के कान चूहों ने कुतर दिए थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने जांच के आदेश दिए थे।
-20 मई 2024:
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में वार्ड में भर्ती बुजुर्ग महिला गिरिजा मालवी के पैर के अंगूठे को चूहों ने काट खाया।
– 6 अगस्त 2019:
रतलाम जिला अस्पताल में मरीज सूरज भाटी कोमा में थे। उनके पैर को चूहों ने कुतर दिया। सुबह पैर से खून देख परिजनों ने हंगामा किया था।